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Monday 21 January 2019 03:15:37 PM
कुंभ (प्रयागराज)। प्रयागराज कुंभ मेले में आज पौष पूर्णिमा से माघी पूर्णिमा तक एक माह की अवधि तक चलने वाला कल्पवास प्रारम्भ हुआ। इस समयावधि में भक्तगण अपने इष्ट की आराधना करने के साथ-साथ गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के सानिध्य में पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाते हुए संगम तट पर एक माह व्यतीत करते हैं। कल्पवास प्रयागराज कुंभ मेले की प्रमुख आध्यात्मिक गतिविधियों में से एक हैं, जहां मानवता के रूपमें विश्व में सबसे अधिक श्रद्धालु एक स्थल पर एकत्र होते हैं।
मकर संक्रांति पर अखाड़ों के प्रथम शाही स्नान से कुंभ का शुभांरभ हुआ था। शांतिपूर्ण स्नान के लिए मेला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं। प्रशासन ने आज सुबह से ही मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध की घोषणा कर दी थी। मेला क्षेत्र में बड़ी संख्या में भक्त और कल्पवासी लगातार पहुंच रहे हैं, अधिकांश कल्पवासी प्रयाग के पुजारियों, संतों और ऋषियों के शिविरों में रहते हैं। प्रयागराज कुंभ में संगम पर स्नान के लिए 8 किलोमीटर लंबा घाट तैयार किया गया है, इसी तरह गंगा नदी के तट पर 35 स्नान क्षेत्रों को तैयार किया गया है। राज्य सरकार ने विशिष्ट व्यक्तियों को स्नान पर्व के दौरान कुंभ में नहीं आने की सलाह दी है, क्योंकि स्नान पर्व के दिन किसी भी तरह का प्रोटोकॉल किसी के लिए स्वीकार्य नहीं होगा।
प्रयागराज शहर में वाणिज्यिक वाहनों का प्रवेश निषिद्ध कर दिया गया है। श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने के लिए 41 स्पेशल ट्रेन और चार हजार बसों को सेवा में लगाया गया है। प्रयागराज शहर के सात प्रवेश स्थलों से पहलीबार शटल बसों को श्रद्धालुओं की सेवा में लगाया गया है। लखनऊ रोड, वाराणसी रोड, जौनपुर रोड, मीरजापुर रोड, कानपुर रोड, रीवा रोड और बांदा रोड से आने वाले वाहनों के लिए प्रयागराज में अस्थायी बस स्टेशन बनाए गए हैं। सेक्टर चार तक कुंभ मेला क्षेत्र के अंदर केवल शटल बसों की अनुमति दी गई है।