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Thursday 24 January 2019 02:06:18 PM
नई दिल्ली। भारतीय चुनाव आयोग ने 'चुनावों को समावेशी और सुलभ बनाना' विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी की, जिसमें भारत से मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा, चुनाव आयुक्त अशोक लवासा और बांग्लादेश, भूटान, कजाकिस्तान, मालदीव, रूस, श्रीलंका से छह चुनाव प्रबंधन निकायों के प्रमुख और 3 अंतर्राष्ट्रीय संगठन मलेशियाई कॉमनवेल्थ अध्ययन केंद्र, यूके और इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेसी एंड इलैक्टोरल एसिस्टेंस तथा इंटरनेशनल सेंटर फॉर पार्लियामेंट्री स्टडीज़ के प्रतिनिधि शामिल हुए। सम्मेलन के दौरान दो सत्र हुए, जिनमें ईएमवी और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने चुनावी कार्य, नामांकन तथा विभिन्न देशों में समावेशी और सुलभ मतदान प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी के उद्देश्य से श्रेष्ठ प्रक्रियाओं और पहलों के बारे में अपने अनुभव साझा किए।
गौरतलब है कि 25 जनवरी यानी कल राष्ट्रीय मतदाता दिवस है, इस उपलक्ष्य में देशभर में बड़े स्तरपर मतदाता जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान चुनाव आयोग की त्रैमासिक पत्रिका ‘वॉयस इंटरनेशनल’ के जनवरी 2019 अंक का विमोचन किया गया, जिसमें ‘मतदान केंद्रों को सुलभ और मतदाता के अनुकूल बनाना’ विषय पर लेख प्रकाशित किए गए हैं। सम्मेलन के दौरान भारतीय चुनाव आयोग ने भूटान के चुनाव आयोग के साथ चुनाव प्रबंधन के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक समझौता भी किया। यह समझौता संस्थागत ढांचा उपलब्ध कराता है, जिसका उद्देश्य चुनावी प्रक्रियाओं के प्रबंधन को मजबूत बनाने तथा चुनावी प्रक्रिया और प्रणालियों से संबंधित तकनीकी जानकारी और विशेषज्ञता के आदान-प्रदान, कर्मियों के प्रशिक्षण तथा संगठनात्मक विकास, क्षमता निर्माण को मजबूत करने के दृष्टिकोण से संगठनात्मक और तकनीकी विकास के क्षेत्र में ज्ञान व अनुभव को बढ़ावा देना है।
भारतीय चुनाव आयोग ने अभी तक 25 चुनाव प्रबंधन निकायों और संगठनों ऑस्ट्रेलिया, बोस्निया-हर्ज़ेगोविना, ब्राज़ील, चिली, फिजी, जॉर्जिया, आइवरी कोस्ट, गिनी, कोरिया गणराज्य, किर्गीज़ गणराज्य, लीबिया, मॉरीशस, मैक्सिको, मोल्डोवा, म्यांमार, नेपाल, रूस, दक्षिण अफ्रीका, सूरीनाम, यमन, संयुक्तराष्ट्र, आईडीईए और अंतर्राष्ट्रीय फाउंडेशन फॉर इलेक्टोरल सिस्टम के साथ समझौता किया है। यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन समावेशी और सुलभ चुनाव के लिए बाधाओं, नीति हस्तक्षेपों, रणनीतियों, कार्यक्रमों, अच्छी प्रक्रियाओं और तकनीकी नवाचारों के संबंध में विश्लेषण के लिए विभिन्न ईएमबी, अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों और विशेषज्ञों के अनुभव साझा करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि भारत अंतर्राष्ट्रीय गणतंत्र और चुनाव प्रबंधन संस्थान द्वारका नई दिल्ली का 25 जनवरी को भ्रमण करेंगे और दिल्ली में राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह में भी शामिल होंगे।