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Tuesday 29 January 2019 02:53:18 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनसीसी रैली को संबोधित करते हुए कहा है कि जब वह एनसीसी कैडेटों के बीच होते हैं तो पुरानी यादें ताजा हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें जोश और अनुशासन के इन क्षणों को जीने का अवसर मिलता है, एक कैडेट के तौर पर बिताए वो दिन आजतक उनके संकल्प और प्रेरणा को ऊर्जा दे रहे हैं। गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी अपनी पढ़ाई के दौरान एनसीसी में रहे हैं। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि पिछले एक वर्ष में एनसीसी कैडेट्स स्वच्छ भारत अभियान, डिजिटल लेनदेन, बेटी बचाओ अभियान, पर्यावरण, जनजागरण जैसे अनेक महत्वपूर्ण कार्यक्रमों से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि केरल में बाढ़ के दौरान राहत और बचाव कार्यों में एनसीसी कैडेटों का योगदान प्रशंसनीय है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरा विश्व भारत को एक चमकते सितारे के रूपमें देख रहा है और यह माना जाने लगा है कि भारत के पास न केवल क्षमता है, बल्कि भारत क्षमताओं को पूरा भी कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अर्थव्यवस्था हो या रक्षा भारत की क्षमताओं का विस्तार हुआ है। उन्होंने कहा कि यद्यपि भारत शांति का समर्थक है, लेकिन भारत राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कोई भी आवश्यक कदम उठाने में नहीं हिचकेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन साढ़े चार वर्ष में रक्षा और सुरक्षा के लिए अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत उन कुछ देशों में से है, जिन्होंने त्रिपक्षीय परमाणु क्षमता का विकास किया है। उन्होंने कहा कि भारत के पास जल, थल और नभ से परमाणु हमले और आत्मरक्षा करने की क्षमता है, इसके अलावा दशकों से लटके पड़े लड़ाकू विमानों और आधुनिक तोपों से जुड़े समझौतों को जमीन पर उतारा गया है। उन्होंने कहा कि देश में मिसाइल से लेकर टैंक, गोला बारूद और हेलीकॉप्टर बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आनेवाले समय में हर वो बड़ा और कड़ा फैसला लिया जाएगा, जो राष्ट्र की सुरक्षा के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि युवा अपने सपनों को तभी साकार कर सकते हैं, जब देश सुरक्षित रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनसीसी कैडेट्स के कठिन परिश्रम की सराहना की और कहा कि अनेक कैडेट्स गांव और छोटे शहरों से आते हैं, जिन्होंने देश को गौरवांवित किया है। उन्होंने कहा कि पर्वतारोहण और ट्रेकिंग जैसी साहसिक गतिविधियां हों या फिर खेल के मैदान पर तिरंगा लहराने का काम अनेक कैडेट्स आगे आए हैं। नरेंद्र मोदी ने इस संदर्भ में प्रसिद्ध एथलिट हीमा दास का उल्लेख किया और कहा कि धान के खेतों में दौड़ते, खेतों की पगडंडियों पर संतुलन साधते हुए हिमा दास ने पहले जूनियर एथिलेटिक चैपियनशिप में और फिर एशियाई खेलों में देश को गौरवांवित किया है। उन्होंने कहा कि कठिन परिश्रम और प्रतिभा सफलता तय करते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार देश में वीआईपी संस्कृति के स्थान पर ईपीआई यानी एवरी पर्सन इज इम्पॉर्टेंट यानी प्रत्येक व्यक्ति महत्वपूर्ण की संस्कृति लाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने एनसीसी कैडेट्स से सभी तरह की नकारात्मकता को टालने और स्वयं तथा देश की बेहतरी के लिए काम करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अवसर प्रदान करने के लिए और कार्यबल में उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए अनेक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं पहलीबार भारतीय वायुसेना में लड़ाकू पायलट बनी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दृढ़तापूर्वक कहा कि भ्रष्टाचार नए भारत का हिस्सा नहीं हो सकता और भ्रष्टाचार में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत और डिजिटल कार्यक्रमों में युवाओं की सक्रिय भागीदारी की सराहना की। उन्होंने एनसीसी कैडेट्स से सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरुकता फैलाने का आग्रह किया। उन्होंने कैडेटों से कहा कि वे आगामी चुनाव में बड़ी संख्या में वोट डालने के लिए युवाओं को प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि हाल में दिल्ली शहर में विकसित अनेक ऐतिहासिक स्थलों को एनसीसी कैडेट्स देख सकेंगे, जो भारत की विरासत और महान नेताओं से जुड़े हैं। इस संदर्भ में उन्होंने लालकिले में क्रांति मंदिर और अलीपुर रोड में बाबासाहब डॉ भीमराव अम्बेडकर के महापरिनिर्वाण स्थल का उल्लेख किया, क्रांति मंदिर नेताजी सुभाष चंद्र बोस को समर्पित है। उन्होंने कहा कि इन स्थानों को देखकर उनमें एक नई ऊर्जा भर आएगी। रैली में रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, रक्षा राज्यमंत्री डॉ सुभाष भामरे, तीनों सेनाओं के उच्च पदाधिकारी और एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल पीपी मल्होत्रा भी उपस्थित थे।