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Wednesday 6 February 2019 03:14:47 PM
नई दिल्ली। भारत को जानो कार्यक्रम के 53वें संस्करण के अंतर्गत आठ देशों के भारतीय मूल के युवाओं का एक समूह दिल्ली में पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह से मिला। युवा प्रवासी भारतीयों में फिजी, गुयाना, मॉरीशस, पुर्तगाल, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, सूरीनाम तथा त्रिनिदाद और टोबैगो से युवा शामिल हुए। इस संस्करण के सहयोगी राज्य में महाराष्ट्र तथा दमन और दीव हैं। भारत को जानो कार्यक्रम विदेश मंत्रालय आयोजित करता है, जिसका उद्देश्य 18-30 वर्ष की आयु समूह के प्रवासी युवा भारतीयों को देश के विकास और उपलब्धियों से अवगत कराना और उन्हें अपने पूर्वजों की धरती के निकट लाना है। यह कार्यक्रम भारतीय मूल के विद्यार्थियों तथा पेशेवर युवाओं को भारत भ्रमण, विचार, आकांक्षाओं और अनुभवों को साझा करने तथा समकालीन भारत के साथ निकटता के लिए विशिष्ट मंच प्रदान करता है।
राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने प्रवासी युवाओं से बातचीत की और भारत भ्रमण के उनके अनुभवों पर विचार-विमर्श किया। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम उन युवाओं को अवसर प्रदान करता है, जो अपनी जड़ों को जानने तथा अनुभव साझा करने के इच्छुक हैं। उन्होंने भारत के साथ देशों के जन-जन के संपर्क की भूमिका की चर्चा की। उन्होंने कहा कि विश्व बेहतर कनेक्टिविटी के कारण छोटा हो गया है और बाधाएं कम हो गई हैं। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि संचार के नए तौर-तरीकों से राष्ट्रीय सीमाओं के बाहर लोगों से सीधे जुड़ाव होता है। भारत भ्रमण पर आए युवाओं ने कहा कि भारत को जानो कार्यक्रम से उन्हें भारतीय परंपराओं, विरासत और पारिवारिक संपर्क को जानने में मदद मिली। उन्होंने डॉ जितेंद्र सिंह को अतीत में अपने परिवारों के भारत भ्रमण के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वे आईटी उद्योग, बॉलीवुड, भारतीय व्यंजनों तथा खेल से काफी प्रभावित हुए हैं।
डॉ जितेंद्र सिंह ने प्रवासी युवाओं के साथ उनकी शैक्षिक और पेशेवर पृष्ठभूमि एवं उनके पूर्वजों के राज्य सहित अन्य पहलुओं पर बातचीत की। इन पांच वर्ष में भारत की प्रगति की चर्चा करते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक स्तरपर भारत को प्रस्तुत किया है, भारत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी क्षेत्र में किसी देश से कम नहीं है। उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस जैसे सरकारी कायक्रमों का उल्लेख किया। प्रवासी युवाओं से बातचीत करते हुए उन्होंने भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में हुई प्रगति की भी जानकारी उन्हें दी। आठ देशों के प्रवासी युवा 23 जनवरी से 16 फरवरी तक भारत भ्रमण पर हैं, इस दौरान वे महाराष्ट्र, दमन और दीव तथा आगरा गए। वे अभी दिल्ली में हैं और ऐतिहासिक स्मारकों एवं सांस्कृतिक स्थलों को देखेंगे।