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Saturday 9 February 2019 01:31:14 PM
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों की तैयारियों के साथ ही भारतीय निर्वाचन आयोग ने भी चुनावों के प्रभावी संचालन के लिए स्मार्ट तकनीक का उपयोग करना सुनिश्चित किया है। निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए नागरिकों को उनके नाम, नए पंजीयन, ब्यौरे में बदलाव और मतदाता पहचानपत्र में सुधार के लिए मतदाता पुनरीक्षण और सूचना कार्यक्रम यानी वीवीआईपी लांच किया है। निर्वाचन आयोग ने इस कार्यक्रम के लिए विभिन्न माध्यमों की शुरूआत की है, देश के सभी जिलों में संपर्क केंद्र बनाए हैं, मतदाता हेल्पलाइन नम्बर 1950 है। दिल्ली में लोकसभा चुनाव 2019 के संचालन में सूचना और संचार तकनीक के उपयोग पर दो दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला के दौरान वीवीआईपी कार्यक्रम लांच किया गया। कार्यशाला में अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारियों, आईटी इंचार्ज, नोडल अधिकारियों, राज्यस्तरीय प्रशिक्षकों, सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के तकनीकी संसाधन सदस्यों ने भाग लिया।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने इस अवसर पर कहा कि तकनीक वास्तव में एक प्रमुख गेम चेंजर है और प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्देश्य सुनना, सीखना, आत्मसात करना और अनुप्रयोग करना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए कुछ ही समय बचा है और मतदाता को सुविधा प्रदान करने के लिए सभी प्रशिक्षण कार्यक्रमों को सुदृढ़ बनाया जाना चाहिए। निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा ने कहा कि तकनीक की ताकत का अर्थ है कि सभी के लिए इसके उपयोग में आसानी। उन्होंने प्रतिभागियों को याद दिलाया कि निर्वाचन आयोग की थीम है-चुनावों को अधिक समावेशी बनाना। अशोक लवासा ने कहा कि एप के उपयोग से तत्काल जवाब को सुनिश्चित किया जाना चाहिए, क्योंकि नागरिक बेहतर गुणवत्ता वाली सेवाएं चाहते हैं। प्रशिक्षण के दौरान सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सी-विजिल अनुप्रयोग की जानकारी दी गई। इस अनुप्रयोग में आदर्श चुनाव संहिता के साक्ष्य आधारित सबूत, खर्च सीमा का उल्लंघन और स्वचालित स्थान निर्धारण आंकड़ें के साथ लाइव फोटो या वीडियों की सुविधा है। मोबाइल एप के माध्यम से कोई भी नागरिक शिकायत दर्ज कर सकता है। फ्लाइंड स्क्वाएड मामले की जांच करेंगे और रिटर्निंग ऑफिसर निर्णय लेंगे। शिकायत की स्थिति और समय सीमा की जानकारी शिकायतकर्ता के साथ साझा की जा सकती है।
प्रशिक्षण सह कार्यशाला में सी-विजिल उपयोग पुस्तिका और ईवीएम प्रबंधन प्रणाली उपयोग पुस्तिका जारी की गई। एंड्राएड आधारित वोटर हेल्पलाइन एप को भी लांच किया गया, जिससे सभी नागरिक विभिन्न सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं, जैसे मतदाता सूची में अपना नाम ढूंढना, ऑनलाइन फार्म जमा करना, आवेदन की स्थिति जानना, शिकायत दर्ज करना और एप पर जवाब प्राप्त करना। इस एप पर सभी फार्म, चुनाव परिणाम, उम्मीदवारों का शपथपत्र, प्रेस विज्ञप्तियां, मतदाता जागरुकता और प्रमुख दिशा निर्देश उपलब्ध हैं। दिव्यांगजनों के लिए पीडब्ल्यूडी एप लांच किया गया, जिसके माध्यम से दिव्यांगजन अपनी पहचान पंजीकृत कर सकते हैं, नया पंजीयन कर सकते हैं, पते और अन्य ब्यौरे में बदलाव कर सकते हैं। केवल संपर्क ब्यौरा देने के बाद ही बूथ स्तर का अधिकारी उन्हें घर पर सुविधा प्रदान करेगा। चुनाव के दौरान दिव्यांगजन व्हिलचेयर की मांग भी कर सकते हैं। निर्वाचन आयोग की नवीनतम तकनीक के उपयोग से चुनावी गतिविधियों में नवीनता आई है।