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Monday 18 March 2013 06:26:49 AM
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने उत्तर प्रदेश में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार व बलात्कार की घटनाओं पर अखिलेश सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में सरकारी आकड़ों के मुताबिक ही हर तेरहवें घंटे पर बलात्कार की घटना हो रही है, राज्य में कानून व्यवस्था नाम की चीज है ही नहीं, जो लोग प्रदेश की कानून व्यवस्था की बद से बदतर स्थिति होने के लिए जिम्मेदार हैं आज प्रदेश में उनका अपना राज है और ये लोग मंत्रिमंडल में बैठकर पुलिस वालों से पूछ रहे हैं कि प्रदेश मे तुम्हारा राज है या हमारा? सुषमा स्वराज शनिवार को भाजपा महिला मोर्चा की झूलेलाल पार्क में नारी सुरक्षा संकल्प रैली को संबोधित कर रहीं थी।
सुषमा स्वराज ने कहा महिलाओं के साथ बढ़ते अपराध व अत्याचार की घटनाओं को रोकने के लिए समाज की सोच को बदलना होगा और अपराधियों के मन में व्यवस्था का खौफ पैदा करना होगा। उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश में व्यवस्था का खौफ तो दूर की बात है, यहां व्यवस्था नाम की ही कोई चीज नहीं है, उत्तर प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री से जनता को बड़ी आशाएं थीं कि मुख्यमंत्री राज्य की बेहाल कानून व्यवस्था को ठीक करेंगे, लेकिन एक साल के भीतर ही अखिलेश सरकार की कलई खुल गई, राज्य की कानून व्यवस्था पहले से भी ज्यादा बदतर हो गई। अखिलेश राज में महिलाएं सुरक्षित नहीं रह गई हैं, अपराधियों के मन में खौफ नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा उत्तर प्रदेश में महिला मोर्चा के नारी सुरक्षा संकल्प मार्च (दीपक मार्च) ने अंधेरे में सोई अखिलेश सरकार को दीपक की रोशनी दिखाने का काम किया है, एक निजी एजेंसी के महिलाओं पर देश भर में हुए अत्याचार की घटनाओं के आंकड़ो का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अखिलेश सरकार के 9 माह के कार्यकाल के भीतर ही उत्तर प्रदेश देश भर में महिलाओं पर होने वाले अत्याचार व बलात्कार की घटनाओं और दूसरे गंभीर अपराधों के मामले में शिखर पर पहुंच गया है, अखिलेश सरकार ने स्वयं विधानसभा के सदन में भी यह स्वीकार किया है कि एक वर्ष में प्रदेश में बलात्कार की 642 घटनाएं हुई है।
सुषमा स्वराज ने कहा कि जिस देश में राष्ट्रपति महिला हो, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष महिला हो, चार बड़े राजनीतिक दलों की अध्यक्ष महिला हो, महत्वपूर्ण व बड़े राज्यों की मुख्यमंत्री महिला हो, उसी देश में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी क्षमता व ऊर्जा से एक अलग विशिष्ट पहचान बनाने वाली महिला की देह ही उसकी दुश्मन बन गई है। उन्होंने देश में बढ़ती भ्रूण हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि जन्म पूर्व बच्ची को गर्भ में असुरक्षा का भाव रहता है कि कही बेटी होने से भय के कारण उसकी भ्रूण में ही गर्भपात कराकर हत्या न कर दी जाए। जिस देश में दो-दो बार नौ दिनों तक देवी पूजन कर कन्याओं को पूजा जाता है, उसी देश में कन्या भ्रूण हत्या की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से घटित हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि आलम यह है कि दो वर्ष की बच्ची भी इस युग में सुरक्षित नहीं है, स्कूल जा रही सात वर्ष की बच्ची के साथ उसके स्कूल का कर्मचारी ही बलात्कार कर रहा है, दो वर्ष की बच्ची से लेकर साठ वर्ष की वृद्धा तक बलात्कार का शिकार बन रही है। सुषमा स्वराज ने कहा कि उत्तर प्रदेश में तो महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार की घटनाएं रेकार्ड तोड़कर आगे बढ़ गई हैं। उन्होंने राजधानी लखनऊ के कृष्णानगर व गोसाईगंज तथा आगरा में शोध छात्रा के साथ बलात्कार की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इन घटनाओं से मानवता दहल उठी, लेकिन अखिलेश सरकार पर कोई फर्क नही पड़ा। उन्होंने मुरादाबाद में छात्रा से बदसलूकी और पुलिस के गैर जिम्मेदाराना रवैये के बाद छात्रा के आत्महत्या कर लेने पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा महिला मोर्चा सोई हुई सरकार को जगाने का कार्य करेगा।
सुषमा स्वराज ने महिला सशक्तीकरण पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए महिलाओं का शिक्षा-सुरक्षा आर्थिक-स्वावलंबन और राजनीतिक भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में महिलाएं ज्यादा सुरक्षित हैं, छत्तीसगढ़ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा महिला अपराध के मामले में छत्तीसगढ़ सबसे नीचे है। सुषमा स्वराज ने प्रदेश भर से नारी रक्षा संकल्प मार्च में आई महिलाओं को संकल्प दिलाया कि वे महिलाओं पर बढ़ते अपराध व अत्याचार की घटनाओं के विरूद्ध समाज को चेताने के लिए आगे आकर अपनी रक्षा स्वयं करने का संकल्प लें, अपनी शक्ति को पहचानकर आत्मविश्वास को बढ़ाकर सरकार के सामने सिंह गर्जना करें। उन्होंने महिलाओं से नारे लगवाए कि सोई सरकार जगाने को, बहरी सरकार को सुनाने को, अपना हक दिलाने को, महिला-शक्ति जगाने को हम लखनऊ में आए हैं।
इसके पूर्व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई व्यवस्था नहीं है, प्रदेश में महिलाओं के साथ जुर्म की पराकाष्ठा हो गई है। उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार व दुराचार की घटनाओं को भाजपा बर्दाश्त नहीं करेगी। डॉ बाजपेयी ने कहा हम राज्य में अखिलेश सरकार की मनमानी नहीं चलने देंगे। उन्होने कहा कि महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार के खिलाफ पार्टी निर्णायक संघर्ष को तैयार हो जाए। रैली को भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं सांसद लालजी टंडन, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष कमलावती सिंह ने भी संबोधित किया। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ रमापतिराम त्रिपाठी एवं सूर्यप्रताप शाही ने पुष्प गुच्छ भेंट कर सुषमा स्वराज का स्वागत किया। नगर अध्यक्ष मनोहर सिंह व महापौर डॉ दिनेश शर्मा ने स्मृति चिन्ह देकर सुषमा स्वराज का सम्मान किया।
कार्यक्रम का संचालन सांसद कुसुम राय ने किया। इस अवसर परवीणा पांडेय, सत्या पांडेय, कृष्णा पासवान, सरिता भदौरिया, साध्वी निरंजन ज्योति,बेबीरानी मौर्या, अनुपमा जायसवाल, कांता कर्दम, मधु मिश्रा, नीलिमा कटियार, ज्योत्सना श्रीवास्तव, सीमा द्विवेदी, सावित्री बाई फूले, बीना गुप्ता,रूमाना सिद्दीकी, अनीता अग्रवाल सहित प्रदेश भर से आईं महिला मोर्चा की हजारों कार्यकर्ता उपस्थित थीं। पार्टी के प्रदेश महामंत्री स्वतंत्र देव सिंह, देवेंद्र सिंह चौहान, प्रदेश उपाध्यक्ष शिवप्रताप शुक्ला, आशुतोष टंडन गोपाल, राजवीर सिंह राजू, हरद्वार दूबे, प्रदेश मंत्री दयाशंकर सिंह, अनूप गुप्ता, भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक, डॉ मनोज मिश्रा, डॉ चंद्रमोहन सिंह, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष शुक्ला सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारियों एवं वरिष्ठ नेताओं ने भी रैली में उपस्थित रह कर महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया।