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Friday 15 February 2019 04:44:55 PM
नई दिल्ली/ पुलवामा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर किए गए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए हमले के दोषियों और आतंकवादियों को मदद करने एवं उन्हें उकसाने वालों को कड़ी चेतावनी दी है और कहा है कि पुलवामा आतंकवादी हमले के दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी, उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी होगी। प्रधानमंत्री ने भारतीय सुरक्षाबलों को कार्रवाई करने के लिए पूरी छूट देते हुए पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है कि वह इस भ्रम में न रहे कि वह भारत को अस्थिर कर सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, पूरा राष्ट्र बहादुर शहीदों के परिवारों के साथ कधें से कंधा मिलाकर खड़ा है और हम सभी घायल सैनिकों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं। नरेंद्र मोदी ने ये बातें दिल्ली रेलवे स्टेशन से नई दिल्ली और वाराणसी के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं। भाषण की शुरूआत करते हुए प्रधानमंत्री ने सबसे पहले आतंकवादी हमले में शहीद जवानों को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने देश की सेवा करते हुए अपने प्राण न्योछावर किए हैं, दुख की इस घड़ी में मेरी और हर भारतीय की संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस आतंकवादी हमले की वजह से देश में जितना आक्रोश है, लोगों का खून खौल रहा है, ये मैं भलीभांति समझ पा रहा हूं, इस समय जो देश की अपेक्षाएं हैं, कुछ कर गुजरने की भावनाएं हैं, वो भी स्वाभाविक हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों को पूर्ण स्वतंत्रता दे दी गई है, हमें अपने सैनिकों के शौर्य पर, उनकी बहादुरी पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि देशभक्ति के रंग में रंगे लोग सही जानकारियां हमारी एजेंसियों तक पहुंचाएं, ताकि आतंकवाद को कुचलने में हमारी लड़ाई और तेज़ हो सके। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आतंकवादी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वे बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं, उनको इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि मैं देश को भरोसा देता हूं कि हमले के पीछे जो ताकते हैं, जो भी गुनहगार हैं, उन्हें उनके किये की सजा अवश्य मिलेगी। उन्होंने कहा कि सभी के लिए ये वक्त बहुत ही संवेदनशील और भावुक वाला है, पक्ष में या विपक्ष में, हमसब राजनीतिक छींटाकशी से दूर रहें, इस हमले का देश एकजुट हो करके मुकाबला कर रहा है, देश एक साथ है, देश का एक ही स्वर है और यही विश्व में सुनाई देना चाहिए, क्योंकि हम आतंकवाद के खात्मे की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में अलग-थलग पड़ चुका हमारा पड़ोसी देश अगर ये समझता है कि जिस तरह के कृत्य वो कर रहा है, जिस तरह की साजिशें रच रहा है, उससे भारत में अस्थिरता पैदा करने में वो सफल हो जाएगा तो वो यह ख्वाब हमेशा-हमेशा के लिए छोड़ दे, वो कभी ऐसा नहीं कर पाएगा और न कभी ये होने वाला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय बड़ी आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहे हमारे पड़ोसी देश को ये भी लगता है कि वो ऐसी तबाही मचाकर भारत को बदहाल कर सकता है, उसके ये मंसूबे कभी पूरे होने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वक्त ने सिद्ध कर दिया है कि जिस रास्ते पर वो चले हैं, वो तबाही देखते चले हैं और हमने जो रास्ता अख्तियार किया है, वो तरक्की करता चला जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 130 करोड़ हिंदुस्तानी ऐसे हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि कई बड़े देशों ने बहुत ही सख्त शब्दों में इस आतंकवादी हमले की निंदा की है और भारत के साथ खड़े होने की, भारत को समर्थन की भावना जताई है। उन्होंने कहा कि मैं उन सभी देशों का आभारी हूं और सभी का आह्वान करता हूं कि आतंकवाद के खिलाफ सभी मानवतावादी शक्तियों को एक हो करके लड़ना होगा, आतंकवाद को परास्त करना ही होगा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से लड़ने के लिए जब सभी देश एकमत, एक स्वर, एक दिशा से चलेंगे तो आतंकवाद नहीं टिक सकता है। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बाद अभी मन:स्थिति और माहौल दुख के साथ आक्रोश से भरा हुआ है, ऐसे हमलों का देश डटकर मुकाबला करेगा, इस हमले में हमारे वीर शहीदों ने अपने प्राणों की आहुति दी है और देश के लिए मर-मिटने वाला हर शहीद दो सपनों के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगाता है-पहला देश की सुरक्षा और दूसरा देश की समृद्धि। उन्होंने कहा कि हम उनके सपनों को पूरा करने के लिए जीवन का पल-पल खपा देंगे, इन वीर शहीदों को नमन करते हुए आगे बढ़ेंगे और उसी सिलसिले में मैं वंदे भारत एक्सप्रेस की संकल्पना और डिजाइन से इसको जमीन पर उतारने वाले हर इंजीनियर, हर कामगार का आभार व्यक्त करता हूं। गौरतलब है कि भारतीय रेल का मेक इन इंडिया प्रयास मध्यम तेजगति वाली वंदे भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ी के रूपमें साकार हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली रेलवे स्टेशन से इस गाड़ी को झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रधानमंत्री इस अवसर पर रेल गाड़ी में यात्री सुविधाओं का जायजा लिया।
वंदे भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ी नई दिल्ली से कानपुर और इलाहाबाद होते हुए वाराणसी जाएगी। वंदे भारत एक्सप्रेस के पहले सफर पर केंद्रीय रेल और कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने इसमें यात्रा करने वाले अधिकारियों और मीडियाकर्मियों के दल का नेतृत्व किया। यह गाड़ी बीच रास्ते में कानपुर और इलाहाबाद में रुकेगी, जहां गणमान्य लोग और आम नागरिक इसके स्वागत में मौजूद रहेंगे। वंदे भारत एक्सप्रेस 160 किलोमीटर प्रतिघंटे तक की तेज रफ्तार ले सकती है, इसमें यात्रियों के लिए शताब्दी रेल गाड़ी की तरह विभिन्न श्रेणियां बनाई गई हैं, लेकिन यात्री सुविधाएं उससे बेहतर हैं। सोमवार और गुरूवार को छोड़कर अन्य सभी दिन चलने वाली यह गाड़ी दिल्ली और वाराणसी के बीच की दूरी महज 8 घंटे में पूरी कर लेगी। इसके सभी डिब्बों में स्वचालित दरवाजे, जीपीएस आधारित दृश्य-श्रव्य यात्री सूचना प्रणाली, मनोरंजन के लिए वाईफाई सेवा तथा आरामदायक सीटें लगाई गईं हैं। गाड़ी के सभी शौचालय बायोवैक्यूम प्रणाली से बने हैं। डिब्बों में दो प्रकार की प्रकाश सुविधा दी गई है, जो डिब्बे में सभी के लिए सामान्य प्रकाश की सुविधा और हर सीट पर अलग से प्रकाश की व्यवस्था के रूपमें है। सभी डिब्बों में गर्मागर्म खाना और शीतल पेय परोसने के लिए पैंट्री सुविधा उपलब्ध कराई गई है। यात्रियों के अतिरिक्त आराम के लिए डिब्बों में गर्मी और ध्वनि से बचाव की विशेष व्यवस्था की गई है। इसमें 16 वातानुकूलित डिब्बे हैं, जिनमें से 2 एक्जीक्यूटिव श्रेणी के हैं। गाड़ी की कुल यात्री क्षमता 1128 है, सभी डिब्बों में बिजली के उपकरण, सीट और डिब्बों के नीचे लगाए गए हैं। कार्बन फुटप्रिंट रोकने के लिए रेलगाड़ी में री-जेनरेटिव ब्रेक प्रणाली लगाई गई है, जिससे 30 प्रतिशत इलेक्ट्रिक ऊर्जा की बचत होगी। गति, सुरक्षा और सुविधा इस गाड़ी की पहचान है। गाड़ी के डिब्बों की डिजाइनिंग और निर्माण महज 18 महीने में चेन्नई के एकीकृत रेल कोच फैक्ट्री में किया गया। मेक इन इंडिया परिकल्पना को ध्यान में रखते हुए वंदे भारत एक्सप्रेस के ज्यादातर हिस्सों का डिजाइन व निर्माण देश में ही किया गया है। कम से कम खर्च में अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप यात्री सुविधाएं और सुरक्षा प्रदान करने के मामले में वंदे भारत एक्सप्रेस वैश्विक रेल कारोबार में एक बड़ा बदलाव लाने की क्षमता रखती है।
उधर भारत सरकार ने आतंकवादी हमले के मद्देनज़र सभी निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों से अनुरोध किया है कि वह आतंकवादी हमलों की घटनाओं से जुड़े समाचार देते समय इस बारे में जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि अतीत में विभिन्न अवसरों पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों के लिए प्रसारण सामग्री के संबंध में केबल टेलीविजन नेटवर्क अधिनियम 1995 तहत निर्धारित कार्यक्रम और विज्ञापन संहिता और उसके नियमों का सख्ती से पालन करने का परामर्श जारी कर चुका है। आतंकवादी हमले के मद्देनज़र टीवी चैनलों को सलाह दी गई है वह अपने प्रसारण में ऐसी सामग्रियों को लेकर खास रूपसे ऐहतियात बरतें, जिनमें कानून व्यवस्था के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देने या उसे भड़काने की आशंका शामिल हो या फिर जो राष्ट्र विरोधी दृष्टिकोण को बढ़ावा देती हों या इनमें राष्ट्रीय अखंडता को प्रभावित करने वाली कोई भी चीज़ शामिल हो। इसके साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि ऐसी कोई भी सामग्री प्रसारित न हो, जो इस बारे में तय संहिता का उल्लंघन करती हो। सरकार ने सभी निजी सैटलाइट टीवी चैलनों से इन दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करने का अनुरोध किया है।