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Friday 1 March 2019 06:18:17 PM
अटारी बॉर्डर (पंजाब)। पाकिस्तान को पाषाण युग में पहुंचा देने वाली मिसाइलें अपनी ओर तनी जानकर पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना के जांबाज़ विंग कमांडर अभिनंदन वर्द्धमान को आखिर आज भारत को लौटा दिया है। विंग कमांडर अभिनंदन करीब साठ साल पुराने भारतीय लड़ाकू विमान मिग-21 से पाकिस्तान के मिसाइल से लैस अत्याधुनिक लड़ाकू विमान एफ-16 को मार गिराते हुए पैराशूट से पाकिस्तान की सीमा में जा गिरे थे, जिसके बाद पाकिस्तान ने उन्हें अपने कब्जे में ले लिया था। रिहाई के इस मामले में भारत की अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति ने भी अपना ज़बरदस्त प्रभाव दिखाया और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपनी संसद में पायलट विंग कमांडर अभिनंदन की सकुशल वापसी की घोषणा करनी पड़ी। इसके बादसे भारत में जश्न है। गौरतलब है कि 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा में बीएसएफ पर आत्मघाती आतंकवादी हमले के बाद भारत ने सख्त कदम उठाते हुए भारत के मिराज विमानों ने पाकिस्तान में घुसकर बालाकोट में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकवादी शिविर को ध्वस्त कर दिया था, जिसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए थे।
पाकिस्तान ने बौखलाकर भारत में एयर स्ट्राइक की नाकाम कोशिश की, लेकिन भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों को खदेड़ते हुए पाकिस्तानी एफ-16 को मार गिराया। इससे पाकिस्तान बहुत बौखलाया। एफ-16 को मार गिराने वाले भारतीय पायलट विंग कमांडर अभिनंदन का मिग-21 भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और वे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में जा गिरे थे। पाकिस्तान में उनके साथ बहुत बर्बता की गई। भारत ने पाकिस्तान की इस अकारण आक्रामकता के खिलाफ पाकिस्तान से कड़ा विरोध दर्ज कराया था। भारत सरकार ने भारतीय वायुसेना के घायल पायलट के साथ किए गए अमानवीय व्यवहार को जिनेवा संधि का उल्लंघन माना और पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि यदि वह अपनी खैर चाहता है तो पायलट विंग कमांडर अभिनंदन की तुरंत सकुशल वापसी करे। भारत ने पुलवामा हमले में जैश-ए-मुहम्मद की भूमिका को लेकर पाकिस्तान को डोज़ियर भी सौंपा था। विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तानी सेना के कब्जे से मुक्त होकर भारत के अटारी बॉर्डर के माध्यम से वतन वापस आ गए हैं। विंग कमांडर अभिनंदन को पहले बीएसएफ के मुख्यालय में ले जाया गया, जहां उनका मेडिकल चेकअप हुआ।
विंग कमांडर अभिनंदन को पकड़ने के बाद पाकिस्तान बुरा फंस गया है। पाकिस्तान में भारत की कार्रवाई की दहशत का यह आलम है कि उसने आज पहलीबार स्वीकार भी कर लिया हैकि जैश का आतंकवादी मसूद अजहर पाकिस्तान में ही है और यह भी बताया कि वह चल-फिरने को भी मुंहताज है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का भी दबाव था कि पाकिस्तान अपने यहां शरण पाए आतंकवादियों के खिलाफ उन्हें नष्ट करने की तत्काल कार्रवाई करे। पाकिस्तान ने यह स्वीकार करने में भी देर नहीं लगाई कि वह भारत की ताकत के सामने कुछ नहीं है, यह उसने तब किया, जब उसके दुखदर्द में साथ देने का वादा करने वाले चीन ने भी इस मामले में उसका साथ छोड़ दिया। अलग-थलग पड़े पाकिस्तान के लिए भारत के सामने आत्मसमर्पण के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। भारत ने साफ कर दिया है कि वह वांछित आतंकवादियों को भारत को सौंपने से पहले कुछ नहीं सुनना चाहता है। पाकिस्तान में भारी तनाव है, यद्यपि वहां पर कुछ जगहों पर विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान की ओर से पकड़ने पर जश्न मना रहे थे, मगर विंग कमांडर अभिनंदन को भारत को सौंपने के फैसले से पाकिस्तान में जैसे मातम छा गया हो।
गौरतलब है कि भारत-पाक में झगड़ा तब शुरु हुआ, जब उसके आतंकवादी संगठन जैश के आत्मघाती हमले में कश्मीर में बीएसएफ की बस में सवार करीब पैंतालीस जवान मारे गए। भारत ने इसके बाद पाकिस्तान का दिमाग ठीक करने की घोषणा कर दी और पाकिस्तान के आतंकवादी शिविर पर हमला कर दिया। भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि उसके आतंकवाद के मंसूबे को ध्वस्त किया जाएगा। पाकिस्तान को डर है कि पाकिस्तान में घुसकर भारत कोई भी कार्रवाई कर सकता है। पाकिस्तान भी एक परमाणु बम सम्पन्न देश है, मगर उसकी हिम्मत भारत पर परमाणु हमला करने की नहीं है, क्योंकि वह जानता है कि पाकिस्तान तो भारत का कुछ ही नुकसान कर पाएगा, लेकिन भारत के परमाणु हमले में पूरा पाकिस्तान साफ हो जाएगा। पाकिस्तान ने बहुत हेकड़ी दिखाई, लेकिन भारत की ताकत के सामने हेकड़ी जाती रही। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान शांति की बात कर रहे हैं और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ-साफ कह दिया है कि पाकिस्तान को कड़ा दंड दिए बगैर नहीं छोड़ा जाएगा। पाकिस्तान ने विंग कमांडर अभिनंदन को पकड़ तो लिया था, लेकिन पचास घंटे बाद ही उसे भारत को सौंपना पड़ा है। भारत ने फिर साफ संकेत दे दिए हैं कि पाकिस्तान कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहे।