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देश में सेना के लिए आधुनिक हथियारों का निर्माण

अमेठी में इंडो-रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड राष्ट्र को समर्पित

प्रधानमंत्री ने परियोजना में सहयोग पर रूस केप्रति आभार जताया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 4 March 2019 01:18:57 PM

narendra modi at the unveiling of the various development projects, at amethi

अमेठी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेठी में भारत-रूस के संयुक्त उपक्रम इंडो-रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड राष्ट्र को समर्पित किया और 538 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया। उन्होंने कहा कि अमेठी के लोगों का जीवन आसान बनाने के लिए विकास योजनाओं की शुरुआत की गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ग़रीबों को सशक्त बना रही है, सरकार के प्रयासों से आज भारत में तेजी से ग़रीबी कम हो रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री जन-धन योजना, सौभाग्य योजना आदि लागू की हैं, जिनका लाभ बड़े पैमाने पर ग़रीबों को मिला है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके तहत देश के 12 करोड़ किसान लाभांवित होंगे और योजना के अनेक लाभार्थियों के खातों में 2000 रुपये की प्रथम किश्त सीधे भेजी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इस राशि से किसान खाद, बीज, कीटनाशक दवाएं आदि अब आसानी से खरीद सकेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अमेठी केंद्र सरकार की सबका साथ, सबका विकास की नीति का एक उत्तम उदाहरण है। इंडो-रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड के सम्बंध में प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरवा की ऑर्डनेंस फैक्ट्री में दुनिया की सबसे आधुनिक राइफलों में से एक एके-203 का निर्माण किया जाएगा, यह रूस और भारत का संयुक्त उपक्रम है। परियोजना के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन के प्रति आभार जताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह संयुक्त उपक्रम उनके सहयोग से सम्भव हुआ है। उन्होंने संयुक्त उपक्रम से जुड़े रूसी नागरिकों को भी बधाई दी। नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘मेड इन अमेठी’ एके-203 राइफल आतंकवादियों और नक्सलियों का सामना करने में जवानों की मदद करेगी। उन्होंने कहा कि यह फैक्ट्री देश के विकास और सुरक्षा को नया रास्ता देगी और यहां के नौजवानों को रोज़गार के अवसर भी उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि यहां ऑर्डनेंस फैक्ट्री की पूर्ण क्षमता का कभी इस्तेमाल नहीं किया गया, वर्ष 2005 में सेना ने देश की सुरक्षा के लिए आधुनिक हथियारों की अपनी जरूरतों को तत्कालीन सरकार के सामने रखा था, इसका शिलान्यास वर्ष 2007 में किया गया और वर्ष 2010 में इस पर कार्य शुरू हुआ, किसी तरह वर्ष 2013 तक जैसे-तैसे भवन का निर्माण पूरा हुआ, किंतु कार्य तब भी शुरू नहीं हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार ने सेना को प्राथमिकता पर जरूरी सामग्री और उपकरण उपलब्ध कराने की पहल की है, इसमें बुलेटप्रूफ जैकेट, राइफलें, होवित्जर तोप और आधुनिक लड़ाकू विमान शामिल हैं और अगले कुछ माह में पहला राफेल विमान भी भारत के आकाश पर होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस अवसर पर उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के सामने नए भारत की तस्वीर प्रस्तुत की है, उनके मार्गदर्शन में प्रयागराज कुम्भ का सफल आयोजन किया गया और भारत में स्वच्छता आंदोलन गरिमा का प्रतीक बना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 के पूर्व उत्तर प्रदेश की गणना बीमारू राज्यों में होती थी, पिछली सरकारों ने उत्तर प्रदेश को गौरव नहीं प्रदान किया, बल्कि आज हमारा राज्य तमाम क्षेत्रों में आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा कि अमेठी की फैक्ट्री में निर्मित एके-203 राइफल से लैस हमारी सेना के जवान दुश्मनों के मंसूबों को ध्वस्त कर देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमेठी का बाइपास और सलोन पॉलीटेक्निक स्वीकृत हो गया है, यहां की आवश्यकताओं के अनुरूप विद्युत सबस्टेशन भी मंजूर हो गए हैं।
रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सेना का प्रत्येक सैनिक एके-203 राइफल के माध्यम से अमेठी को याद करेगा। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री की उत्पादन क्षमता 7.5 लाख राइफल की होगी, तीन साल में शत-प्रतिशत तकनीक हस्तांतरण के परिणामस्वरूप अमेठी में राइफल के कलपुर्जे निर्मित करने के लिए लघु उद्यमों की स्थापना भी होगी। रक्षामंत्री ने इस उपक्रम के सम्बंध में रूस के राष्ट्रपति का संदेश भी पढ़कर सुनाया, जिसमें राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन ने कहा ‌है कि कलाश्निकोव असॉल्ट राइफल के उत्पादन के लिए रूसी-भारतीय उद्यम के शुभारंभ पर मैं आप सबका स्वागत करता हूं। भारत और रूस के बीच सैन्य और तकनीकी सहयोग पारंपरिक रूपसे विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त सामरिक भागीदारी का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र रहा है। सात दशक से भी अधिक समय से हम भारतीय मित्रों को भरोसेमंद और उच्चगुणवत्ता वाली युद्ध सामग्री और उपकरण की आपूर्ति करते रहे हैं। हमारे देश के सहयोग से भारत में लगभग 170 सैन्य और औद्योगिक संस्थानों की स्थापना हुई है। यह नया संयुक्त उद्यम विश्व प्रसिद्ध नवीनतम 200 सीरीज़ के कलाश्निकोव असॉल्ट राइफल का उत्पादन करेगा और इसके उत्पादन का अंततः पूर्ण रूपसे स्थानीकरण होगा। इस प्रकार भारतीय रक्षा-औद्योगिक क्षेत्र को राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए छोटे अस्त्र के इस वर्ग की आवश्यकता को उन्नत रूसी तकनीकों का लाभ लेते हुए पूरा करने का अवसर प्राप्त होगा।
राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन ने कहा ‌है कि अक्तूबर में भारत के आधिकारिक दौरे के दौरान मैंने और मेरे प्रतिपक्ष एवं मित्र नरेंद्र मोदी ने इस देश में कलाश्निकोव उत्पादन की स्थापना के लिए समझौता किया था। इससे संबंधित अंतर-सरकारी समझौता को अत्यंत संक्षिप्त समय में तैयार किया गया और इसपर हस्ताक्षर हुए। उन्होंने इस संबंध में रूसी और भारतीय विशेषज्ञों एवं उन सभी के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इतने कम समय में इस प्रोजेक्ट को सफल बनाया। उन्होंने कहा कि मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह नया उपक्रम भारत की रक्षा क्षमता को मज़बूत बनाने, राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के वैज्ञानिक एवं औद्योगिक आधार को आगे बढ़ाने और योग्य कार्यबल के लिए नए रोज़गार सृजन में मददगार होगा तथा प्रोफेशनल शिक्षा एवं कार्मिक प्रशिक्षण को बल प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच मित्रता एवं रचनात्मक सहयोग का यह प्लांट एक और प्रतीक होगा। कार्यक्रम को केंद्रीय वस्त्र उद्योग मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री मोहसिन रज़ा, आवास एवं शहरी नियोजन राज्यमंत्री सुरेश पासी, जनप्रतिनिधि, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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