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Wednesday 6 March 2019 04:33:46 PM
नई दिल्ली। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि राष्ट्रीय समुद्री हितों की रक्षा की आवश्यकता को देखते हुए समुद्र में भारतीय नौसेना की अलर्ट तैनाती बरकरार रहेगी। रक्षा मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि जैसा कि 28 फरवरी 2019 के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में उसने कहा था कि पिछले कई दिनों से हम देख रहे हैं कि पाकिस्तान झूंठा प्रचार कर रहा है और गलत सूचनाएं फैला रहा है, जिसे देखते हुए भारतीय नौसेना ऐसे दुष्प्रचार का संज्ञान नहीं लेती और हमारी सेना की तैनाती बनी रहेगी। गौरतलब है कि पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान की सीमाओं पर भारी तनाव है और इस कारण भारत की वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर मिराज विमानों से आतंकवादियों के ट्रेनिंग कैंपों पर बमबारी की है। यह भी उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान भारतीय ठिकानों पर लगातार गोलाबारी कर रहा है। पाकिस्तान की अवांछित कार्रवाईयों और छद्म युद्ध को देखते हुए भारत की तीनों सेनाओं को अलर्ट पर रखा गया है।
पाकिस्तान का कहना है कि भारतीय नेवी ने उसके क्षेत्र में घुसने की कोशिश की है, जबकि वह जो दिखा रहा है, वह इस समय की नहीं, बल्कि बहुत पहले की वीडियो है और वह भी भारत की सीमा में है और एक रूटीन अभ्यास है। पाकिस्तान इसे अबका बताकर झूंठा प्रचार कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया हुआ है कि भारत की पाकिस्तान के आतंकवादियों के खिलाफ हर तरह की कार्रवाई जारी रहेगी और अभी भारत का पाकिस्तानी आतंकवाद को खत्म करने का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद में एक जनसभा में कहा कि कोई भी राष्ट्र इस तरह आतंकवाद के साए में नहीं रह सकता है। पाकिस्तान को खतरा है कि भारत इसबार कहीं समुद्री पनडुब्बी से पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर हमला न बोल दे। पाकिस्तान ने यह माना है कि उसके इलाके से भारत में खासतौर से कश्मीर में आतंकवाद और इस्लामिक जेहाद चला रहे आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर उसके ही यहां पर है।
पाकिस्तान सरकार ने पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के खिलाफ धरपकड़ की कार्रवाई की है, जिसे भारत और विश्व समुदाय केवल दिखावे की कार्रवाई और आतंकवादियों को सुरक्षा कवच देने का तरीका मान रहा है। पाकिस्तान इससे पहले भी लोकदिखावे के लिए अपने यहां सक्रिय आतंकवादी तंज़ीमों के खिलाफ प्रतिबंध और गिरफ्तारियों या नज़रबंदी का नाटक करता रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तानी सेना पर खुद पाकिस्तान की जनता को भरोसा नहीं है और पाकिस्तान में आवाज़ें उठ रही हैं कि पाकिस्तान भारत में आतंकवाद फैलाना बंद करे और अपने मामले बातचीत से सुलझाए, लेकिन वहां की सेना और आतंकवादी संगठनों में एक गठजोड़ माना जाता है और पाकिस्तानी सेना इस्लामिक आतंकवादियों से कश्मीर में हमले कराती है। भारत ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान जबतक कश्मीर में और भारत में इस्लामिक आतंकवाद को संरक्षण देगा, तबतक उससे कोई बातचीत नहीं होगी और भारतीय सेना उसके यहां घुसकर सैनिक कार्रवाई करेगी।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तानी सेना में भारतीय सैनिक कार्रवाई को लेकर बड़ी दहशत है और पाकिस्तान को लग रहा है कि उसपर भारत मिसाइलों से अटैक कर सकता है। पाकिस्तान ने सीमा पर लगातार गोलाबारी की हुई है, जिसमें कई भारतीय गांवों को नुकसान पहुंचा है और भारतीय सेना भी पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। यह काफी हदतक सत्य है कि सीमा पर भारी तनाव है। पाकिस्तान की ओर से सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाई जा रही हैं। भारत ने भी कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी संगठन पर पाबंदी लगाई है और उसके नेता गिरफ्तार किए हैं, जो कश्मीर में लोगों को भारत के खिलाफ भड़काऊ कार्रवाई में शामिल हैं। भारत ने इसके अलावा भी कश्मीर के अलगाववादी नेताओं पर भी कड़ी कार्रवाई की है, जिससे पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। भारत ने अपने तेवर दिखा दिए हैं और वह इस संकल्प पर कायम नज़र आता है कि पाकिस्तान पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें किसी की सलाह नहीं ली जाएगी, क्योंकि भारत स्पष्ट कर चुका है कि उसकी कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ है न कि किसी देश के खिलाफ, भले ही इस कार्रवाई में पाकिस्तान का कोई नुकसान हो रहा हो।