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Wednesday 6 March 2019 05:48:38 PM
अजमेर। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक तरफ मानव मूल्यों और न्याय की रक्षा के लिए सूफी संतों की परम्परा में विश्वास रखते हैं तो दूसरी ओर वे आतंकवाद के विरुद्ध ‘राष्ट्रवादी योद्धा’ हैं। उन्होंने कहा कि वे आतंकवाद को सहन नहीं करने की नीति अपनाकर राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए संकल्प के साथ काम कर रहे हैं। मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि भारत की आध्यात्मिक और सूफी संस्कृति आतंकवाद और दूसरे किस्म की हिंसा को परास्त और समाप्त करके मानवता और शांति सुनिश्चित करने की गारंटी देती है। उन्होंने अजमेर शरीफ में सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 807वें उर्स पर उनकी दरगाह पर प्रधानमंत्री की ओर से चादर चढ़ाई। उन्होंने प्रधानमंत्री का संदेश पढ़कर सुनाया, जिसमें प्रधानमंत्री ने भारत और विदेश में रहने वाले ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के अनुयाईयों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभकामना संदेश में कहा कि हमारे देश की खूबसूरती विभिन्न धर्मों, समुदायों, मान्यताओं और पंथों के बीच सौहार्दपूर्ण सह-अस्तित्व है, अनेक संतों, पीर और फकीरों ने समय-समय पर देश को शांति, एकता और सौहार्द के संदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि संतों और फकीरों ने देश-दुनिया में अनुशासन, मर्यादा और आत्मनियंत्रण का संदेश फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भी भारत की महान आध्यात्मिक परम्परा के प्रतीक हैं, मानवता के प्रति ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की सेवाएं आनेवाली पीढ़ियों को प्रेरित करती हैं, करती रहेंगी। इस महान संत के वार्षिक उर्स के अवसर पर दरगाह अजमेर शरीफ पर चादर भेजकर मैं उनके प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त करता हूं। समाज के सभी वर्गों के लोगों ने प्रधानमंत्री की ओर से चढ़ाई गई चादर का स्वागत किया। मुख्तार अब्बास नकवी ने इस अवसर पर कहा कि भारत सुरक्षित हाथों में है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत व कुशल नेतृत्व में देश और लोगों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि इस्लाम को अपनी सुरक्षा कवच बनाकर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल आतंकवादी संगठन और लोग इस्लाम के सबसे बड़े दुश्मन बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत सामाजिक और सांप्रदायिक सौहार्द के लिए पूरे विश्व के लिए रोल मॉडल है, हमें सामाजिक सौहार्द और एकता के ताने-बाने को मजबूत बनाना होगा। उन्होंने कहा कि ग़रीब नवाज़ का जीवन सांप्रदायिक और सामाजिक सौहार्द के प्रति हमारे संकल्प को मजबूत बनाने में प्रेरणा देता है, यह एकता देश में विभाजन और टकराव की स्थिति पैदा करने के लिए षडयंत्र में शामिल शक्तियों को परास्त कर सकती है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार का एकमात्र एजेंडा देश का विकास और विश्वास का माहौल है। मुख्तार अब्बास नकवी ने कयाद विश्राम स्थली में ख्वाजा ग़रीब नवाज़ विश्वविद्यालय की आधारशिला भी रखी, जिसकी स्थापना अजमेर दरगाह समिति करेगी। उन्होंने अजमेर के सिविल लाइन इलाके में दरगाह अपार्टमेंट में ख्वाजा ग़रीब नवाज़ डिस्पेंसरी का भी उद्घाटन किया।