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Thursday 7 March 2019 05:56:00 PM
नई दिल्ली/ श्रीनगर। असैनिक क्षेत्रों को निशाना नहीं बनाने की पाकिस्तान सेना को दी गई चेतावनी के बाद नियंत्रण रेखा पर स्थिति अपेक्षाकृत शांत तो रही है, लेकिन आज जम्मू में बस स्टैंड पर जोरदार ग्रेनेड हमला हुआ, जिसमें एक व्यक्ति के मारे जाने और करीब तीस लोगों के घायल होने की ख़बर आ रही है। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह हमला पाकिस्तान का भारत में जारी अनवरत छद्म युद्ध है, जिसे तभी रोका जा सकता है, जब भारत पाकिस्तान में घुसकर इस्लामिक आतंकवादी अड्डों को नष्ट करे और पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाए। गौरतलब है कि पाकिस्तान की सेना ने पिछले 24 घंटों में भारत में नियंत्रण रेखा पर कृष्णा घाटी तथा सुंदरबानी के चुनिंदा क्षेत्रों में तेज और अकारण भारी हथियारों से गोलाबारी की और भारतीय चौकियों तथा असैनिक क्षेत्रों को मोर्टार बम तथा भारी तोपों से निशाना बनाया। भारतीय सेना ने भी प्रभावी ढंग से इसका जवाब दिया।
भारत के रक्षा मंत्रालय ने फिर कहा है कि वह पेशेवर सेना के रूप में असैनिक नुकसान टालने के लिए संकल्पबद्ध है, विशेषकर नियंत्रण रेखा के पास। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि हमारे रक्षाबलों की सभी कार्रवाईयों का लक्ष्य असैनिक नुकसान टालने के लिए असैनिक क्षेत्रों से दूर आतंकवाद विरोधी तथा आतंकी ढांचों के विरुद्ध अभियान है। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय सेना नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास कड़ी चौकसी बरत रही है और पाकिस्तान की किसी भी तरह की भड़काने की कार्रवाई या दुस्साहस का गंभीर परिणामों के साथ उचित जवाब दिया जाएगा। पाकिस्तान बाज़ नहीं आ रहा है और कहीं उसकी सेना और उसके इस्लामिक आतंकवादी हिंसक हमले कर रहे हैं और कहीं भारतीय क्षेत्रों में गोलाबारी कर दहशत फैला रहे हैं। आज जम्मू में बस स्टैंड पर लोगों पर फेंका गया ग्रेनेड इस बात का प्रमाण है कि पाकिस्तान शांति स्थापित करने के प्रयासों में बाधा पहुंचा रहा है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान को फिर चेतावनी दी है कि वह भारत में नियंत्रण रेखा को अपना निशाना नहीं बनाए, अन्यथा भारत भी कठोरतम कार्रवाई करेगा।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने आज पाकिस्तान के आतंकवादी हाफिज सईद की वह अपील ठुकरा दी है, जिसमें उसने कहा था कि यूएन उसे वैश्विक आतंकवादियों की लिस्ट से बाहर निकाले। यूएन ने कहा है कि इस बात के पक्के सबूत हैं कि हाफिज सईद वैश्विक आतंकवादी है और वह मानवता के लिए बड़ा खतरा है। यूएन के इस कदम से न केवल हाफिज सईद को बड़ा झटका लगा है, अपितु पाकिस्तान को भी बड़ी चोट पहुंची है, क्योंकि हाफिज सईद पाकिस्तान में है और यह बात पुष्ट हो रही है कि पाकिस्तान इस्लामिक आतंकवादियों को संरक्षण दे रहा है और भारत में अपने आतंकवादियों द्वारा आतंकवाद फैला रहा है। उधर पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने आबूधाबी में आज यह कहकर पाकिस्तान को फिर संकट में डाल दिया कि वह जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों से भारत में हमला कराते थे। यह तब है, जब एक तरफ पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा है कि जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में है, दूसरी तरफ पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने इसके उलट जैश-ए-मोहम्मद के पाकिस्तान में वजूद से ही इनकार कर दिया है।
पाकिस्तान इस्लामिक आतंकवाद को संरक्षण के सवाल पर विरोधाभाषी बातें कहने के कारण बैकफुट पर है। पाकिस्तान की सेना कुछ और कह रही है और पाकिस्तान के हुक्मरान कुछ और भाषा बोल रहे हैं। पाकिस्तानी आतंकवादी मसूद अजहर को बचाने की पाकिस्तान में पूरी कोशिशें हो रही हैं, लेकिन पाकिस्तान के दूसरे आतंकवादी सरगना हाफिज सईद से वैश्विक आतंकवादी का टैग हटाने से यूएन के इनकार से पाकिस्तान में बड़ी असमंजस की स्थिति है। पाकिस्तान को नहीं सूझ रहा है कि उसे वैश्विक स्तर पर चारों तरफ से हो रहे नुकसान को रोकने के लिए क्या करना चाहिए। पाकिस्तान पर विश्व समुदाय का दबाव है कि वह अपने यहां सक्रिय इस्लामिक आतंकवादियों पर कड़ी कार्रवाई करे, लेकिन कट्टरपंथ और सेना से घिरे पाकिस्तान के लिए यह संभव नहीं हो पा रहा है। यह कालखंड बेहद खतरनाक माना जा रहा है, जिसमें भारत पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के लिए संकल्पबद्ध है तो पाकिस्तान आपने आतंकवादियों पर मात्र दिखावे की कार्रवाई कर रहा है। पाकिस्तान पर भारत की सैनिक कार्रवाई का खतरा बना हुआ है और विश्व समुदाय भी पाकिस्तान के विरुद्ध हो चला है।