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Wednesday 13 March 2019 02:27:15 PM
नई दिल्ली। भारतीय निर्वाचन आयोग ने जम्मू-कश्मीर में चुनाव स्थिति का आकलन करने के लिए तीन विशेष पर्यवेक्षकों डॉ नूर मोहम्मद, विनोद जुत्शी और एएस गिल की नियुक्ति की है, जिन्होंने मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा, निर्वाचन आयुक्तों अशोक लवासा और सुशील चंद्र के साथ निर्वाचन आयोग मुख्यालय नई दिल्ली में हुई एक बैठक में भाग लिया। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने विशेष केंद्रीय पर्यवेक्षकों का स्वागत करते हुए उन्हें इस कठिन और नाजुक कार्य को स्वीकार करने के लिए आभार व्यक्त किया। पर्यवेक्षकों के कार्य में निर्वाचन आयोग के 10 मार्च 2019 को चुनावों की समय सारिणी की घोषणा करते समय दिए गए प्रेस वक्तव्य के पैरा-62 के संदर्भ में वास्तविक समय आधार पर जम्मू-कश्मीर की स्थिति का आकलन करना शामिल है।
गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग जम्मू-कश्मीर में स्थिति की नियमित रूपसे और वास्तविक समय आधार पर निगरानी कर रहा है और वहां जल्द ही विधानसभा चुनाव कराने के निर्णय के संबंध में सभी आवश्यक पक्षों से जानकारियां भी प्राप्त कर रहा है एवं इसी परिप्रेक्ष्य में इन पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बैठक के दौरान विशेष पर्यवेक्षकों से अनुरोध किया है कि वे जल्द से जल्द राज्य का दौरा करें, जिसे उन्होंने स्वीकार किया। निर्वाचन आयुक्तों अशोक लवासा और सुशील चंद्र ने बातचीत सत्र के दौरान उन्हें आवश्यक जानकारियां दीं। राज्य के प्रभारी संदीप सक्सेना ने उन्हें जम्मू-कश्मीर में चुनाव की तैयारियों और राज्य के संबंध में अन्य जानकारी से अवगत कराया। आयोग ने पर्यवेक्षकों के साथ उनकी भूमिका और जिम्मेदारियों के बारे में विचार-विमर्श किया। निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि तीनों केंद्रीय पर्यवेक्षकों को राज्य का दौरा करने और राजनीतिक दलों, जिला एवं राज्य अधिकारियों और अन्य हितधारकों के साथ मुलाकात करके स्थिति का वास्तविक आकलन करने की जरूरत है।
एएस गिल को कठिन क्षेत्रों में सुरक्षा प्रबंध के क्षेत्र में काम करने का व्यापक अनुभव है, वे जम्मू-कश्मीर में 1995 से 1997 तक सीआरपीएफ के आईजी रहे और बाद वे सीआरपीएफ के महानिदेशक पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। डॉ नूर मोहम्मद भारत सरकार में सचिव रहे हैं और उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रूपमें चुनाव प्रबंधन के क्षेत्र में एक दशक से अधिक अवधि तक कार्य किया है। उन्होंने निर्वाचन आयोग में उपचुनाव आयुक्त तथा अफगानिस्तान में कई वर्षों तक अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ और परामर्शदाता के रूपमें काम किया है। विनोद जुत्शी केंद्र सरकार में सचिव रहे हैं, इन्हें राज्यस्तर पर सीईओ राजस्थान के रूपमें एक दशक से भी अधिक अवधि तक चुनाव के क्षेत्र में काम करने का व्यापक अनुभव है। वे पांच वर्ष से अधिक समय तक भारतीय निर्वाचन आयोग में उप निर्वाचन आयुक्त भी रहे हैं।