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Monday 18 March 2013 09:05:56 AM
नई दिल्ली। दिल्ली के प्रतिष्ठित गुरू गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय की संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीईटी-2013) के आवेदन पत्र में धर्म के कालम से “हिंदू” को गायब कर ‘अन्य’ बनाने और उसको तत्काल ठीक करने के विश्व हिंदू परिषद के अनुरोध की उपेक्षा करने पर उप कुलपति से मिलने पहुंचे उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल के साथ सोमवार को विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय में मारपीट हुई, जिसकी नौबत पुलिस में शिकायत दर्ज करने तक पहुंच गई। विहिंप के प्रतिनिधि मंडल से उप कुलपति नहीं ही मिले। प्रतिनिधि मंडल में शिक्षा, पत्रकारिता व विद्यार्थियों से जुड़े 11 प्रमुख व्यक्ति शामिल थे।
विहिंप दिल्ली के मीडिया प्रमुख विनोद बंसल ने बताया किगत चार दिन से वे विश्वविद्यालय प्रशासन से संपर्क कर संयुक्त प्रवेश परीक्षा फ़ार्म में संशोधन का अनुरोध कर रहे थे। इस संदर्भ में उप कुलपति से मिलने का समय भी मांगा गया था, किंतु उनका कोई संतोषजनक जबाब भी नहीं मिला। विश्वविद्यालय को ई-मेल भेज कर कह दिया गया था कि उनका एक ग्यारह सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल 18 मार्च को ग्यारह बजे उप कुलपति से मिलने आ रहा है, जिससे वे इस मुलाकात का समय सुनिश्चित करें। प्रतिनिधि मंडल में विहिप दिल्ली के महामंत्री सत्येंद्र मोहन, उपाध्यक्ष सरदार उजागर सिंह व बृजमोहन सेठी, बजरंग दल संयोजक शिव कुमार व नीरज दोनेरिया, प्रांत संयोजक-दुर्गा वाहिनी संजना चौधरी व प्रांत संयोजक-मातृ शक्ति सिम्मी आहूजा के अलावा स्वतंत्र पत्रकार राजीव गुप्ता व विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी का नाम भी बता दिया गया था। प्रतिनिधि मंडल वहां पहुंचा तो सीन कुछ और ही बन गया।
बहरहाल, गुरू गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के सचिवालय में सोमवार को महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार और विश्व हिंदू परिषद के प्रतिनिधि मंडल पर हमला करने की द्वारिका सेक्टर 16 के पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायत के अनुसार विहिंप के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधि मंडल की सदस्य व मातृ शक्ति की प्रांत संयोजिका सिम्मी आहूजा इसमें में चोटिल हुई हैं। विश्वविद्यालय के उप कुलपति के विश्व हिंदू परिषद के प्रतिनिधि मंडल से नहीं मिलने के विवाद में विश्वविद्यालय सचिवालय के कुछ कर्मचारियों ने प्रतिनिधि मंडल पर हमला कर उन्हें घायल किया, जिसके लिए विश्वविद्यालय के उप कुलपति को जिम्मेदार ठहराया गया है। विहिंप दिल्ली के उपाध्यक्ष दीपक कुमार ने हमलावरों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने, प्रवेश परीक्षा फ़ार्म में हिंदूओं को दोयम दर्जे का नागरिक बनाने व हमलावरों को शह देने के लिए विश्वविद्यालय के उप कुलपति का माफ़ीनामा जारी करने की मांग की है।
मामले की जानकारी देते हुए विहिंप दिल्ली के मीडिया प्रमुख विनोद बंसल ने बताया कि सोमवार को विहिंप का एक प्रतिनिधि मंडल गुरू गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीईटी-2013) के आवेदन पत्र में धर्म के कालम से हिंदू शब्द को गायब कर अन्य बनाने के विरुद्ध शिकायत कर उसे ठीक कराने के लिए प्रातः 11 बजे विश्वविद्यालय के उप कुलपति से मिलने गया था। प्रतिनिधि मंडल में शिक्षा, पत्रकारिता व विद्यार्थियों जीवन से जुड़े 11 प्रमुख व्यक्ति शामिल थे। मुलाकात के लिए एक दिन पूर्व ही ई-मेल से विश्वविद्यालय के उप कुलपति को बता दिया गया था, इसके बावजूद उन्होंने पहले तो कई घंटे प्रतीक्षा कराई और फिर विश्वविद्यालय सचिवालय के कर्मचारियों ने शांतिपूर्ण वार्ता करने गए प्रतिनिधि मंडल पर हमला बोल दिया। इसमें दिल्ली प्रांत मातृ शक्ति संयोजिका सिम्मी आहूजा घायल हो गईं तथा दुर्गा वाहिनी संयोजिका के साथ दुर्व्यवहार किया गया। इस घटनाक्रम में उप कुलपति का पक्ष हांसिल नहीं हो सका। प्रतिनिधि मंडल ने कुलपति कार्यालय में अपना ज्ञापन दे दिया है।
मीडिया प्रमुख का कहना है कि सबसे गंभीर बात यह रही कि यह हमला कहीं और नहीं, दिल्ली के प्रतिष्ठित गुरू गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय के अंदर उन्हीं के कर्मचारियों के द्वारा हुआ। हमलावरों की तुरंत गिरफ़्तारी व प्रतिनिधि मंडल की सुरक्षार्थ पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर पुलिस बुलाई गई तथा बाद में बजरंग दल के प्रांत संयोजक शिव कुमार के नेतृत्व में गए एक प्रतिनिधि मंडल ने द्वारिका सेक्टर-16 पुलिस थाने में थानाध्यक्ष को लिखित शिकायत दी। विहिंप दिल्ली के उपाध्यक्ष दीपक कुमार के नेतृत्व में थाने गए प्रतिनिधि मंडल में बजरंग दल के दिल्ली प्रांत संयोजक शिव कुमार व नीरज दोनेरिया, प्रांत संयोजिका-दुर्गा वाहिनी संजना चौधरी व प्रांत संयोजिका-मातृ शक्ति सिम्मी आहूजा, स्वतंत्र पत्रकार राजीव गुप्ता, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष संतोष उपाध्याय व बृज चंद्र किशोर तथा हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता शामिल थे।