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Monday 25 March 2019 11:23:23 AM
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भाजपा मुख्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में कांग्रेस की घोषणापत्र कमिटी के सदस्य, ओवरसीज़ कांग्रेस के चेयरमैन और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नज़दीकी सलाहकार सैम पित्रोदा द्वारा देश की सुरक्षा में लगे सेना के जांबाज जवानों की शहादत का अपमान करने पर कांग्रेस और राहुल गांधी पर करारा हमला किया है। अमित शाह ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा देश की जनता के लिए काफी अहम है, ऐसे समय में ओवरसीज़ कांग्रेस के चेयरमैन और कांग्रेस की घोषणापत्र समिति के सदस्य सैम पित्रोदा ने देश के लिए अपमानजनक बयान दिया है, जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है और प्रत्येक भारतवासी में गंभीर चिंताओं को जन्म देने वाला है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर पाक प्रेरित आतंकवादियों के निंदनीय हमले को सैम पित्रोदा ने सामान्य और रूटीन घटना करार दिया है, सैम पित्रोदा ने जो कहा कि कुछ लोगों की हरकत पर पूरे देश को दोषी नहीं ठहराना चाहिए, यह बेहद शर्मनाक कथन है और सैम पित्रोदा ने 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले का उल्लेख करते हुए जो कहा कि आतंकवादी हमलों का जवाब सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक नहीं हो सकता, बातचीत से ही आतंकवादी घटनाओं का समाधान निकल सकता है, अमित शाह ने कहा कि इस तरह के बयान निंदनीय हैं। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस से कुछ सवाल पूछना चाहता हूं कि क्या वे इस प्रकार के जघन्य आतंकवादी हमले को सामान्य घटना या रूटीन घटना मानते हैं? कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को देश की जनता के सामने यह बात स्पष्ट करनी चाहिए। अमित शाह ने सवाल किया कि यदि कुछ लोगों की हरकत पर पूरे देश को दोषी नहीं ठहराना चाहिए तो क्या कांग्रेस यह मानती है कि भारत में आतंकवादी घटनाओं का पाकिस्तान की सरकार या पाकिस्तान की सेना से कोई रिश्ता नहीं है? कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस अध्यक्ष को इसकी स्पष्टता करनी चाहिए।
अमित शाह ने पूछा कि यदि आतंकवादी हमलों का रिश्ता पाकिस्तान से नहीं है तो फिर दोषी कौन है? कांग्रेस पार्टी को जवाब देना चाहिए कि आतंकी हमले का जवाब सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक से नहीं, बातचीत से होना चाहिए, तो क्या आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की कांग्रेस पार्टी की यही अधिकृत नीति है? अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी देश की जनता को जवाब दें कि जब देश पर आतंकवादी हमले होते हैं और इसमें सेना के जवान एवं आम नागरिक हताहत होते हैं, जिसपर कांग्रेस पार्टी के बड़े पदाधिकारी बातचीत के रास्ते का सुझाव देते हैं तो क्या इससे कांग्रेस पार्टी सहमत है? कांग्रेस गठबंधन सरकार के दौरान देश में 26/11 जैसे कई आतंकवादी हमले हुए, कांग्रेस ने आतंकवाद के खिलाफ कोई कड़ा कदम नहीं उठाया, बातचीत ही करते रहे, क्या परिणाम निकला इसका? इस बात का भी जवाब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को देना चाहिए। अमित शाह ने कहा कि चुनाव आते ही कांग्रेस पार्टी वोटबैंक और तुष्टिकरण की राजनीति करने लगती है, यह कांग्रेस की पुरानी आदत है, जिसे देश की जनता अच्छी तरह से जानती है। उन्होंने कहा कि सवाल यह उठता है कि क्या कांग्रेस पार्टी वोटबैंक और तुष्टिकरण की अपनी निकृष्ट राजनीति को देशहित से भी ऊपर मानती है? क्या कांग्रेस की वोटबैंक और तुष्टिकरण की राजनीति सेना के जवानों की शहादत और शहीद परिवारों की संवेदना से भी ऊपर हो सकती है?
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं के गैरजिम्मेदार बयानों और बर्ताव से देश के जवानों की शहादत का अपमान हुआ है, देश की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़ा किया गया है और राष्ट्र विरोधी एवं आतंकवादी तत्वों का मनोबल बढ़ा है। कांग्रेस अध्यक्ष पर हमला जारी रखते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 7 मार्च को राहुल गांधी ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा था कि एयर स्ट्राइक पर उठे सवालों के जवाब मिलने चाहिएं तो राहुल गांधी किसके सवालों के जवाब चाहते हैं? कौन सवाल उठा रहा है? वायुसेना पर सवाल उठाने का काम कौन कर रहा है? वे अपरोक्ष रूपसे किसका समर्थन कर रहे हैं? देश की वायुसेना के शौर्य पर संदेह करना किसी भी राजनीतिक दल के अध्यक्ष के लिए उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2016 में राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारतीय जवानों की वीरता को ‘खून की दलाली' की अपमानजनक संज्ञा दी थी। उन्होंने कहा कि जब जेएनयू में देशविरोधी नारे लगाए जाते हैं तो राहुल गांधी उसके समर्थन में खड़े होते हैं और इसे अभिव्यक्ति की आजादी बताते हैं, जोकि कांग्रेस पार्टी की तुष्टिकरण की राजनीति का घिनौना उदाहरण है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपने वोटबैंक की राजनीति को इतना नीचे गिराने का प्रयास न करें, देश की जनता उनको देख रही है। अमित शाह ने कहा कि सैम पित्रोदा का देश को शर्मसार करने वाला बयान आते ही कांग्रेस ने हमेशा की तरह इस बयान से किनारा कर लिया।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस के किनारे करने वाले बयान देश की जनता भलिभांति समझती है, इसलिए देश की जनता ने उससे किनारा कर लिया है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि देशविरोधी बयान देना और तुष्टिकरण की राजनीति करना कांग्रेस की सोची समझी राजनीति का हिस्सा है, कभी कांग्रेस बीके हरिप्रसाद के बयान को व्यक्तिगत बता देती है, कभी दिग्विजय सिंह के बयान को व्यक्तिगत बता देती है, कभी पी चिदंबरम के बयान को व्यक्तिगत बता देती है तो कभी कपिल सिब्बल के बयान को व्यक्तिगत बता देती है, कभी नवजोत सिंह सिद्धू के बयान को व्यक्तिगत बता देती है, कभी संदीप दीक्षित के बयान को व्यक्तिगत बता देती है, मणिशंकर अय्यर को तो पार्टी से निष्कासित कर पुनः कांग्रेस पार्टी में ले आती है, लेकिन इन नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं होती, ये कांग्रेस अध्यक्ष के चहेते बने रहते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे नेताओं के ऐसे बयान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की रणनीति का ही एक हिस्सा हैं, जिसमें अपने चहेते नेताओं से वोटबैंक और तुष्टिकरण की ओछी राजनीति कराते रहो और फिर उनके बयानों से किनारा करते रहो। उन्होंने कहा कि देश की जनता कांग्रेस की इस राजनीति को अब पूरी तरह से समझ चुकी है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को कांग्रेस के नेताओं के अपमानजनक बयान के लिए देश की जनता, देश के वीर जवानों और शहीद जवानों के परिवार से अविलंब माफी की मांग करते हुए अमित शाह ने कहा कि केंद्र में 10 साल तक सोनिया-मनमोहन की कांग्रेस नीत यूपीए सरकार रही, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ कांग्रेस सरकार ने न तो कोई कठोर कार्रवाई की और न ही कांग्रेस सरकार में ऐसा करने की हिम्मत ही थी, कांग्रेस की यूपीए सरकार पाकिस्तान को भी आतंकवाद के मसले पर दुनिया में अलग-थलग करने में नाकामयाब रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद देश में आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है, यह मोदी सरकार की सफल कूटनीति का ही परिणाम है कि एयर स्ट्राइक के बावजूद पूरी दुनिया हिंदुस्तान के साथ खड़ी रही और पाकिस्तान फिर से अलग-थलग रहने को मजबूर रहा, जो यही बताता है कि मोदी सरकार पाक प्रेरित आतंकवाद को एक्सपोज करने में सफल हुई है।
अमित शाह ने कहा कि हम पूरी दुनिया को यह समझाने में सफल हुए हैं कि आतंकवाद विश्व के लिए सबसे खतरनाक है और आज पाकिस्तान आतंकवादियों की पनाहगाह है जो पूरी दुनिया के लिए ख़तरा है। अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को समाप्त करने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार ने एक-के-बाद-एक कई कदम उठाए हैं, कई आतंकवादी संगठनों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं और कई आतंकवादियों का खात्मा किया गया है। उन्होंने कहा कि देश की जनता और देश की सेना को विश्वास है कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार सेना के जवानों के पीछे चट्टान की तरह खड़ी है। उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि बयानों से किनारा करने से कोई हल निकलता, देश की जनता आपकी राजनीति को समझ चुकी है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की ओर से देशवासियों को विश्वास दिलाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ही देश की सीमाओं को सुरक्षित रख सकती है, आतंकवाद पर करारी चोट सकती है और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे सकती है।