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Wednesday 27 March 2019 03:01:48 PM
नई दिल्ली। अंतरिक्ष ताकत में शक्तिशाली विश्व के शीर्ष तीन देशों में आज भारत भी शामिल हो गया है। भारत ने पूर्व निर्धारित लक्ष्य के अनुसार लियो अर्थ ओरबिट में लाइव सैटेलाइट को एंटी सैटेलाइट A-सैट मिसाइल से मार गिराया। इस प्रकार भारत भी अंतरिक्ष में रूस अमेरिका और चीन के बाद चौथी महाशक्ति बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश को संबोधन में यह जानकारी देते हुए कहा कि इस लक्ष्य को मिशन शक्ति का नाम दिया गया है और यह भारतीय विज्ञानियों की अनुकरणीय सफलता है, जिसपर पूरे देश को गर्व है। उन्होंने शक्ति मिशन से जुड़े वैज्ञानिकों और भारत के वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा कि यह मिशन विश्व में किसी के भी विरुद्ध नहीं है, बल्कि यह भारत के विकास और भारतीयों के कल्याण और उनकी सुरक्षा के लिए है। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में हमारे सारे उपग्रह केवल कल्याणकारी गतिविधियों में लगे हैं। उन्होंने गर्व से कहा कि आज भारत अंतरिक्ष की महाशक्ति बन गया है। इसी के साथ पाकिस्तान को तो छोड़िए उसके आका चीन को तगड़ा जवाब मिल गया है, जो अंतरिक्ष में भारतीय उपग्रहों पर बुरी नज़र रखता है।
अंतरिक्ष में भारत के महाशक्ति बनने के टीवी चैनल्स और दूसरे प्रचार माध्यमों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भावी संदेश ने आज दोपहर देश को एलर्ट कर दिया। प्रधानमंत्री का आज सवेरे करीब ग्यारह बजे एक ट्वीट आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि मैं 11:45 से 12:00 बजे के बीच देश की जनता को एक संदेश दे रहा हूं। इसके बाद देश और विदेश का पूरा मीडिया जगत सक्रिय हो गया कि आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश से क्या कहना चाहते हैं। मीडिया में कयास लगने शुरू हो गए। टीवी चैनलों पर कुछ पैनलिस्टों ने उनके संदेश से जोड़कर सतहीस्तर की राजनीति शुरु कर दी। अलग-अलग मीडिया चैनल्स ने अपने विश्लेषण रखे और जबतक प्रधानमंत्री का संदेश नहीं आया, तबतक विभिन्न विश्लेषण चलते ही रहे कि आखिर प्रधानमंत्री ये कहना चाहते होंगे और वो कहना चाहते होंगे। विश्लेषणों में कहीं यह कयास लगाया गया कि पाकिस्तान पर कोई नई स्ट्राइक तो नहीं हुई है या हो रही है और कहीं कश्मीर पर तो कोई नई घोषणा नहीं होने वाली है। यह भी कहा गया कि नरेंद्र मोदी विपक्षी गठबंधन और उसके नेताओं के आरोपों पर कोई गंभीर जवाब देना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर अचानक कोई संदेश नहीं देते हैं, लेकिन यह अप्रत्याशित संदेश बहुत तेजी से वायरल हुआ और सारा देश टीवी और रेडियो के सामने बैठ गया। सोशल मीडिया पर कमेंट शुरु हो गए। जाहिर है कि विपक्षी गठबंधन के कई नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखी बयानबाजी कर रहे हैं और वे सारी हदें पार कर रहे हैं। अब तो ऐसा लगने लगा है कि यह चुनाव भारत में नहीं बल्कि भारत और पाकिस्तान के बीच हो रहा है, जिसमें भारत का विपक्षी गठबंधन पाकिस्तान की तरफ से खड़ा है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब लोकसभा चुनाव में विपक्ष ऐसे आरोपों पर उतर आया है, जो राष्ट्र विद्रोह की श्रेणी में आते हैं। इस चुनाव में भी विकास के मुद्दे सिरे से गायब हो रहे हैं। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा के बीच गठबंधन ने जो खेल खेला हुआ है, उससे भी एक अराजकता की स्थिति दिखाई देती है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती किसी भी तरह से नरेंद्र मोदी को पराजित करने की मुहिम पर हैं, जबकि देश की जनता का मूड कुछ और ही है और ऐसा लगता है कि जनता का यह चुनाव सारे गठबंधन से ऊपर जा चुका है, जिसमें जनता नरेंद्र मोदी के साथ खड़ी है।
भाजपा विरोधी गठबंधन के नेता इस सच्चाई से घबराए हुए हैं और उन्हें लगता है कि यदि सरकार में नरेंद्र मोदी की वापसी हो गई तो यह भारत में विपक्ष के राजनीतिज्ञों का बहुत मुश्किलभरा समय होगा, जिसका प्रमाण यह है कि इसबार राज्यसभा में भी भाजपा का पूर्ण बहुमत हो जाएगा, जिसके बाद भाजपा सरकार को संसद के दोनों सदनों में कोई भी कानून पारित कराने से नहीं रोका जा सकेगा। इस स्थिति में इसबार देश के कई राजनीतिक दलों का अस्तित्व ही लगभग जीरो हो जाएगा। बहरहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया के सामने आते ही वे सारे राजनीतिक कयास खत्म कर दिए और भारत को यह गौरवांवित संदेश दिया कि भारत ने अपना नाम विश्व की चौथी अंतरिक्ष महाशक्ति के रूपमें दर्ज करा दिया है, भारत ने आज यह सिद्धि प्राप्त की है, हर हिंदुस्तानी के लिए इससे बड़े गर्व का क्षण नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि कुछ ही समय पूर्व हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में स्पेस में 300 किलोमीटर दूर लाइव सेटेलाइट को एसेट मिसाइल से मार गिराया है और यह शक्ति मिशन केवल 3 मिनट में सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति अत्यंत कठिन ऑपरेशन था, जिसमें बहुत ही उच्चकोटि की तकनीकी क्षमता की आवश्यकता थी, लेकिन हमारे वैज्ञानिक तकनीकी योग्यता में किसी से कम नहीं हैं, लिहाजा हमने निर्धारित लक्ष्य और उद्देश्य प्राप्त कर लिए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अंतरिक्ष में उपग्रह आज हमारी जीवनशैली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं, आज हमारे पास वैज्ञानिकों की बहुत संख्या है, जो अलग-अलग क्षेत्रों के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं, चाहे रक्षा-सुरक्षा आपदा प्रबंधन, मौसम की जानकारियां, शिक्षा, चिकित्सा के क्षेत्र में किए गए अनुसंधान कार्य हों, इन सबका लाभ सभी क्षेत्रों को मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय सैटेलाइट का महत्व बढ़ता ही जा रहा है, आज इनके बिना जीवन अधूरा है, ऐसे में उपग्रहों को बुरी नज़र से बचाने की सुरक्षा भी महत्वपूर्ण है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि विश्व को पता चल गया है कि रूस अमेरिका और चीन के बाद भारत भी एंटी सैटेलाइट मिसाइल बनाने में सफल रहा। उन्होंने कहा कि भारत का लियो अर्थ ओरबिट में लाइव सैटेलाइट में एसेट मिसाइल से नष्ट किया जाना किसी के विरुद्ध नहीं है, बल्कि यह तेज गति से आगे बढ़ रहे हिंदुस्तान की रक्षात्मक पहल है। उन्होंने कहा कि भारत अंतरिक्ष में हथियारों की होड़ के विरुद्ध है, हमारी इस नीति में कोई भी बदलाव नहीं आया है, यह परीक्षण किसी भी तरह के अंतर्राष्ट्रीय कानून और समझौते का उल्लंघन नहीं करता है, हम आधुनिक तकनीक का प्रयोग देश के 130 करोड़ नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए करना चाहते हैं।
भारत की अंतरिक्ष में इस महान सफलता पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने वैज्ञानिकों को बधाई दी है। अंतरिक्ष में भी भारत की यह सर्जिकल स्ट्राइक मानी जा रही है, यह अंतरिक्ष क्रांति है और अंतरिक्ष में महाशक्ति बनने वाला भारत अब अंतरिक्ष में भी किसी भी ऐसे एंटी उपग्रह को मार गिरा सकता है जो भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाया जाता हो। अब चीन और उन जैसी भारत विरोधी शक्तियों को अपनी नापाक योजनाओं से पीछे हटना पड़ेगा, जिन सबने सोच रखा था कि अंतरिक्ष में भारत के किसी भी उपग्रह को नष्ट किया जा सकता है। चीन बार-बार भारत को इस प्रकार की धमकी देता रहता है। भारत ने पहले ही कह दिया है कि लाइव सेटेलाइट को मार गिराने का उद्देश्य किसी को भी डराना नहीं, बल्कि भारत के कल्याण के लिए परीक्षण कार्य करना है। पाकिस्तान के लिए यह बुरी खबर हो सकती है, क्योंकि भारत के विरुद्ध पाकिस्तान चीन के हाथों में खेल रहा है, जिसके पास यह शक्ति है, लेकिन वह भी अब भारत के किसी उपग्रह को घूरने की भी हिम्मत नहीं करेगा, क्योंकि भारत अंतरिक्ष की महाशक्ति बन चुका है। जय जवान जय किसान जय विज्ञान।