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Tuesday 9 April 2019 04:19:03 PM
लातूर (महाराष्ट्र)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिव सेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने आज लातूर में एक विशाल विजय संकल्प जनसभा को संबोधित किया और कहा कि देश क्षत्रपति शिवाजी के रास्ते पर चल रहा है और देश से आतंकवाद को समूल नष्ट किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान चाहता है कि भारतीय सेना कमजोर हो और वही काम कांग्रेस कर रही है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने तो यहां तक कह दिया कि इसबार पाकिस्तान पर ऐसी कार्रवाई हो कि उसका नामोनिशान मिट जाए। नरेंद्र मोदी के साथ उद्धव ठाकरे कंधे से कंधा मिलाकर खड़े थे। लातूर में संकल्प सभा स्थल पर रिकॉर्ड जनसमुदाय था और केंद्र में मोदी सरकार के लिए जोश से भरा था। लग रहा था महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना की आंधी है, जिसके सामने महाराष्ट्र में किसी का भी टिक पाना नामुमकिन है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा संकल्प नक्सल माओवादी मुक्त देश के लिए है आतंकवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देशद्रोह कानून खत्म करना चाहती है और पाकिस्तान की भाषा बोल रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एयर स्ट्राइक के सबूत तो पाकिस्तान ने दे दिए अब सेना पर सवाल उठाने वाले जनता को जवाब दें सेना पर सवाल उठाने वालों की जनता जमानत जब्त कराए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोहराया कि कांग्रेस की सोच ही देश विरोधी है, जो कांग्रेस बोलती है, वही पाकिस्तान बोलता है, इसीलिए कांग्रेस देशद्रोह कानून को खत्म करना चाहती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस में भ्रष्टाचार ही शिष्टाचार है। उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के नजदीकियों के घरों पर आयकर और ईडी के छापे का उल्लेख किया और कहा कि नोट से वोट खरीदना कांग्रेस की संस्कृति है, कांग्रेस पूरी ईमानदारी से भ्रष्टाचार करती है, नोटों के बंडल वाले हमें गाली दे रहे हैं, कल छापा पड़ा तो कांग्रेस बौखला गई, क्योंकि एक ही परिवार के दरबारिओं के यहां बक्सों में नोट के बंडल मिले हैं और कांग्रेस वाले चौकीदार को गाली दे रहे हैं। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश से लेकर दिल्ली तक कमलनाथ के करीबियों के यहां आयकर की छापेमारी चल रही है और उनके एक करीबी के घर से बीस करोड़ रुपये बरामद हुए हैं। इनकम टैक्स की छापेमारी में अभीतक ससबूत करीब 281 करोड़ के अवैध लेनदेन का पता चला है। इनकम टैक्स का कहना है कि कालाधन कलेक्शन रैकेट का पता चला है जिसके उसके पास पक्के सबूत हैं और इसका संबंध एक राजनीतिक पार्टी के मुख्यालय से है, पिक्चर में अहमद पटेल हैं, जो कांग्रेस के कोषाध्यक्ष भी हैं। छापेमारी अभी भी जारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस के घोषणापत्र को 'ढकोसला पत्र' बताया और कहा कि ये केवल कांग्रेस के वादे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग छह महीने से बोल रहे हैं कि चौकीदार चोर है, लेकिन ये नोट कहां से निकले, असली चोर कौन है? उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद हमारी प्रेरणा है, अंत्योदय हमारा दर्शन है और सुशासन हमारा मंत्र है, इसी भावना से हम नए भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसमें हम देश के हर नागरिक की भागीदारी चाहते हैं। उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार का भी जिक्र किया और कहा कि उनका कांग्रेस के साथ खड़े होना शोभा नहीं देता है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस 1947 में हिम्मत के साथ खड़ी होती तो पाकिस्तान पैदा ही नहीं होता। प्रधानमंत्री ने शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे का जिक्र किया व कहा कि कांग्रेस ने तो बाला साहेब की नागरिकता छीन ली थी और मतदान करने का अधिकार भी छीन लिया था। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के घरों में घुसकर मारना नए भारत की नीति है। उन्होंने कहा कि घुसपैठियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें देश से बाहर निकाला जाएगा, इसपर बड़ा काम शुरू हो चुका है।
दूसरी तरफ भाजपा ने भी छापेमारी पर कांग्रेस पर हमला बोला हुआ है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल इस छापेमारी से बहुत परेशान हैं और अहमद पटेल तो मुंह छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। कमलनाथ कह रहे हैं कि यह राजनीतिक साजिश है, लेकिन जिनके यहां से ये बरामदगियां हो रही हैं, वे कमलनाथ के ही अत्यंत करीबी हैं और राजदार हैं। अभी तक इसे राजनीतिक रंग समझा जा रहा था लेकिन जैसे-जैसे सच्चाई सामने आ रही है उससे पता चल रहा है कि यह एक बहुत बड़ा कालाधन हवाला रैकेट है, जो कांग्रेस के संरक्षण में अंजाम दिया जा रहा है और जिसे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का संरक्षण प्राप्त है। उधर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि आयकर और ईडी के छापों के पीछे कोई राजनीतिक मंशा नहीं है, अपनी जानकारी के आधार पर जांच एजेंसी काम करती हैं। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि कांग्रेस का ढकोसला पत्र केवल 23 मई तक के लिए है और भाजपा का संकल्प पूरे पांच साल के लिए है।