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Tuesday 19 March 2013 09:15:21 AM
देहरादून।उत्तराखंड के राज्यपाल डॉ अज़ीज़ कुरैशी ने सोमवार को सीआईआई उत्तराखंड के कार्यक्रम में पर्यावरण के संरक्षण व संवर्धन के लिए समर्पण भाव से कार्य कर रही पौड़ी की स्वंयसेवी संस्था ‘दूधातोली लोक विकास संस्थान‘ के संस्थापक सच्चिदानंद भारती को ग्रीन अवार्ड देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि देव भूमि उत्तराखंड में भी पर्यावरण संरक्षण एक चुनौती बन चुका है, जिसे गंभीरता से लेना होगा।
राज्यपाल ने ‘सम्मानित‘ संस्था के अध्यक्ष सच्चिदानंद भारती की सराहना करते हुए कहा कि हिंदुस्तान आज उन लोगो के बल पर जिंदा है, जिनका न कोई नाम है न कोई चेहरा है और न आवाज़। उनके सहयोग की अदृश्य शक्तियां ही हमारी परंपराओं, संस्कृति, पर्यावरण तथा लोकतंत्र की रक्षा कर रही हैं। सच्चिदानंद भारती ने बताया कि उनकी संस्था ने बिना शासकीय सहायता के स्वप्रेरित होकर 150 गांवो में सघन वनीकरण किया है तथा वर्षा जल संचयन के लिये 20 हजार से अधिक ‘चाल-खाल‘ बनाए हैं। उन्होंने पहाड़ में बढ़ रही जंगल और पानी की समस्या के कारणों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने दूधातोली लोक विकास संस्थान को चिंहित कर सम्मानित करने के लिए सीआईआई आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम को सीआईआई नार्थ रीजन के चेयरमैन मानविंदर सिंह ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन सीआईआई के निवर्तमान चेयरमैन उद्योगपति डॉ एस फारूख ने किया। उन्होंने बताया कि पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने तथा प्रोत्साहित करने की दृष्टि से वर्ष 2006 से सीआईआई उत्तराखंड प्रतिवर्ष ग्रीन अवार्ड सम्मान समारोह आयोजित कर रहा है। सीआईआई उत्तराखंड के वर्तमान चेयरमैन आरसी अग्रवाल ने अतिथियों का धन्यवाद दिया। इस अवसर पर निदेशक उद्योग शैलेश बगौली सहित उद्योग, वन एवं पर्यावरण विभाग के अनेक अधिकारी, उद्यमी एवं विशिष्ट महानुभाव उपस्थित थे।