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Tuesday 16 April 2019 05:12:53 PM
नई दिल्ली। भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा और चुनाव आयुक्त अशोक लवासा एवं सुशील चंद्रा के नेतृत्व में भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने आज पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा के विशिष्ट निर्वाचन क्षेत्रों में आम चुनाव 2019 के दूसरे और तीसरे चरण के मतदान की तैयारियों की समीक्षा की। वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के माध्यम से इस समीक्षा में पश्चिम बंगाल के संसदीय क्षेत्रों जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग, रायगंज, बालुरघाट, मालदा उत्तर, मालदा दक्षिण, जंगीपुर और मुर्शिदाबाद में दूसरे और तीसरे चरण में होने वाले मतदान तथा त्रिपुरा की दो सीटों पर दूसरे चरण में होने वाले मतदान के सामान्य, पुलिस और व्यय पर्यवेक्षक भी शामिल हुए।सामान्य पर्यवेक्षकों ने मतदान केंद्रों पर सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाओं, निशक्तजनों की मैपिंग तथा मतदान केंद्रों पर उनकी सुविधा के लिए किए गए प्रबंध जैसे मतदाताओं को इस बारे में जागरुक बनाने कि फोटो वोटर स्लिप को अब पहचान दस्तावेज के रूपमें नहीं माना जाएगा, लेकिन प्रत्येक मतदाता को मतदान के दिन मतदान केंद्र पर दिखाए जाने वाले 12 निर्दिष्ट पहचान दस्तावेजों में से एक को लाना अनिर्वाय होगा के बारे में आयोग को जानकारी दी।
निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों की ओर से पर्यवेक्षकों को भेजी गई शिकायतें के साथ ही मतदान के दौरान गड़बड़ी फैलाने या लोगों को डराने धमकाने का काम कर सकने वालों के खिलाफ निवारक कार्रवाइयों की भी समीक्षा की। निर्वाचन आयोग ने प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती की स्थिति की भी विस्तृत समीक्षा की। इस अवसर पर पुलिस पर्यवेक्षकों ने जिलों में सुरक्षाबलों की तैनाती की योजना, लोगों में उनके प्रति विश्वास बहाली और कानून-व्यवस्था की स्थिति से भी निर्वाचन आयोग को अवगत कराया। समीक्षा बैठक में पश्चिम बंगाल और झारखंड के विशेष केंद्रीय पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे तथा त्रिपुरा और मिजोरम के विशेष केंद्रीय पुलिस पर्यवेक्षक एमके दास भी उपस्थित थे। व्यय पर्यवेक्षकों ने निर्वाचन आयोग को उड़न दस्तों, स्टेटिक सर्विलांस और वीडियो सर्विलांस टीमों की तैनाती, शिकायत प्रकोष्ठों तथा इन दस्तों और पुलिस द्वारा उम्मीदवारों के खातों की जांच और जब्त किए एक-एक पैसे की जानकारी दी। निर्वाचन आयोग ने सभी पर्यवेक्षकों को निरंतर सतर्कता बरतने और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और विश्वसनीय तरीके से हों।
कर्नाटक में चुनाव के दूसरे चरण में 18 अप्रैल 2019 को मतदान होगा। राज्य की कुल 28 सीटों में से 14 लोकसभा सीटों के लिए इस चरण में मतदान हो रहा है। राज्य में दो चरणों में मतदान हो रहा है। राज्य में मतदाताओं की कुल संख्या 2,63,38,277 है। इसमें 1,33,52,234 पुरुष और 1,29,83,284 महिला मतदाता तथा 2,759 अन्य मतदाता हैं। राज्य में 30,410 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। यहां 17 महिलाओं सहित कुल 241 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। दूसरे चरण में मणिपुर में 18 अप्रैल को मतदान होगा। मतदान ‘मणिपुर इनर’ की एक लोकसभा सीट के लिए होगा। चुनाव में 4 निर्दलीय उम्मीदवारों सहित 11 उम्मीदवार हिस्सा ले रहे हैं। इस चरण में मतदाताओं की कुल संख्या 928626 है, जिनमें 447843 पुरुष, 480751 महिलाएं और अन्य वर्ग (थर्ड जेंडर) के 32 मतदाता शामिल हैं। सुचारु मतदान के लिए 1300 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
बिहार में दूसरे चरण का मतदान 18 अप्रैल को होगा। दूसरे चरण के अंतर्गत लोकसभा की 5 सीटों किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका के लिए 68 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इस चरण में कुल 8552274 मतदाताओं में 4492599 पुरुष मतदाता, 4059375 महिला मतदाता और थर्ड जेंडर के मतदाताओं की संख्या 300 है। बिहार में दूसरे चरण का मतदान सुचारू तरीके से कराने के लिए कुल 8644 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। असम में आम चुनाव के दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान होगा। राज्य की 5 लोकसभा सीटों करीमगंज, सिल्चर, स्वायत्त जिला, मंगलदोई और नौगांव के लिए मतदान होगा। तीन महिलाओं, 19 निर्दलयों और सात अन्य उम्मीदवारों सहित 50 उम्मीदवार लोकसभा की इन पांच सीटों के लिए मैदान में हैं। राज्य के कुल 6910592 मतदाता, जिनमें 3554460 पुरूष, 3355952 महिलाएं और 180 अन्य मतदाता हैं,इस चरण में अपने वोट डालेंगे। राज्य में मतदान सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए 4992 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
श्रीनगर और उधमपुर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में भी 18 अप्रैल 2019 को मतदान होगा। दूसरे चरण में इन दोनों सीटों के 9 जिलों में वोट डाले जाएंगे। इनमें श्रीनगर के गंदेरबल, श्रीनगर और बडगाम तथा उधमपुर के डोडा, रामबन, रियासी, उधमपुर और कठुआ जिले शामिल हैं। दूसरे चरण के तहत जिन दो सीटों पर मतदान होगा वे सामान्य श्रेणी की हैं। जम्मू-कश्मीर के मुख्य चुनाव अधिकारी से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार श्रीनगर और उधमपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में कुल 29,60,027 मतदाता हैं, जिनमें से 15,43,571 पुरूष और 14,16,387 महिला तथा 69 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। इनके अलावा दूसरे चरण में मतदान करने वालों में 21,056 सेवा मतदाता और 16,528 दिव्यांग मतदाता भी शामिल हैं। इस चरण के लिए 4,426 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। वर्ष 2014 के आम चुनाव में श्रीनगर और उधमपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में कुल 26,76,302 मतदाता थे, जिनकी संख्या 2019 के आम चुनाव में 10.6 प्रतिशत बढ़कर 2,83,725 हो गई है। इन दोनों सीटों के बारे में एक रोचक बात यह है कि पिछले आम चुनाव में देशभर में हुए मतदान की तुलना में श्रीनगर में सबसे कम 25.86 प्रतिशत वोट पड़े थे, जबकि उधमपुर में 70.95 प्रतिशत मतदान हुआ था। दूसरे चरण में श्रीनगर सीट से विभिन्न राजनीतिक दलों के कुल 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं और उधमपुर सीट से भी 12 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।