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Wednesday 20 March 2013 09:57:59 AM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक रंजन ने वाराणसी और विंध्याचल, मिर्जापुर मंडलों में भूमि सेना योजना के अंतर्गत समस्याग्रस्त भूमि सुधार की गति की सराहना करते हुए उपलब्धियों की वीडियो फिल्म बनाए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बनाई हुई वीडियो फिल्म राज्य के उन जनपदों के जिलाधिकारियों एवं कृषि अधिकारियों को उपलब्ध कराई जाए जहां पर भूमि सेना योजना का कार्य अभी गति नहीं पकड़ सका है।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने यह निर्देश मंगलवार को वाराणसी में और विंध्याचल मंडलों में भूमि सेना योजना की समीक्षा बैठक में दिए हैं। समीक्षा बैठक में पाया गया कि सोनभद्र में 874 हेक्टेअर के लक्ष्य के विपरीत 885 हेक्टेअर भूमि का सुधार किया गया है, जो कि इन दोनों मंडलों के आठों जिलों में सुधारे गए क्षेत्र की दृष्टि से सर्वाधिक है। विंध्याचल और वाराणसी मंडलों में 2976 हेक्टेअर वार्षिक सुधार का लक्ष्य रखा गया था, जिसके विपरीत 2656.62 हेक्टेअर भूमि का सुधार किया गया है।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने वाराणसी जनपद में लक्ष्य के विपरीत मात्र 66 प्रतिशत उपलब्धि पर असंतोष व्यक्त करते हुए उसे शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने चोपन, चंदौली एवं गाजीपुर जनपदों के भी भूमि सुधार की गति बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। भूमि सेना योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति के 5183 सदस्यों के 1368 हेक्टेअर बंजर जलभराव वाले क्षेत्र का सुधार किया गया। इसी तरह पिछड़ी जाति के 3677 सदस्यों के 1405 हेक्टेअर क्षेत्र का भूमि सुधारा गया। सामान्य जाति के 1242 सदस्यों के 554 हेक्टेअर बंजर क्षेत्र का विकास किया गया।