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Saturday 27 April 2019 05:23:26 PM
नई दिल्ली। डिजिटल इंडिया और भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की बुलंद सोच के साथ ऑक्सी कैब्स के कोफाउंडर राहुल पाटनी और अनूप जांगिड ने कार रेंटल बिजनेस मॉडल के ऑक्सी कैब्स में कुछ खास बदलाव किए हैं, जिससे पैसेंजर से मिला पूरा किराया अब ड्राइवर का होगा। गौरतलब है कि ऑक्सी कैब्स भारतीय कैब सेवा प्रदाता है और उसके बाज़ार में आने की वजह से कार रेंटल सर्विस का परिदृश्य ही काफी हद तक बदल गया है। ड्राइवर भी अब अपनी पूरी हिस्सेदारी के बारे में सोच सकते हैं और पैसेंजर से प्राप्त 100 प्रतिशत किराया अपनी जेब में रख सकते हैं। ऐसी सुविधा अन्य कैब सेवाओं में नहीं है, बल्कि वे कंपनियां ड्राइवर की कमाई का 30-35 प्रतिशत ले लेती हैं। उदाहरण के लिए अगर कोई ड्राइवर 100 रुपये की कमाई करता है तो अब यह 100 रुपये की पूरी राशि ड्राइवर की जेब में जा रही है।
ऑक्सी कैब्स के कोफाउंडर का कहना है कि ड्राइवर से कोई कमीशन नहीं लिया जाएगा और निश्चित रूपसे ड्राइवर के लिए कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं होगा, जिसे उसे पूरा करना हो। ऑक्सी कैब्स केवल एप्लिकेशन के लिए 1000 रुपये मासिक फीस लेगी तो इस तरह से मोबाइल टेक्नोलॉजी और वेब प्लेटफॉर्म पर आधारित स्टार्टअप ऑक्सी कैब की शुरुआत हुई है, जहां हर सवारी के साथ भरोसा और रिश्ता मजबूत होता है। ऑक्सी कैब्स ग्राहकों को कुछ ही क्लिक्स में अपनी सवारी बुक करने में सक्षम बनाती है। राहुल पाटनी ने कैब्स में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में दावा किया कि ऑक्सी कैब की रोमांचक विशेषताओं के जरिए उन्होंने यात्रियों की सुविधाओं का ध्यान रखा है और महिला सशक्तिकरण की दिशा में पहल करते हुए कैब में महिला ड्राइवरों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि अकेले यात्रा करने वाली महिला के लिए सुरक्षित सवारी उपलब्ध हो।
राहुल पाटनी ने कहा कि ऑक्सी कैब बिना किसी से छिपे शुल्क के ग्राहकों को मुफ्त पानी की बोतल भी उपलब्ध कराती है, जो भारत में पहलीबार हो रहा है, इसके अलावा ऑक्सी कैब में किसी भी अलग शुल्क के बिना हर कैब में राइड के दौरान कैसी भी दुर्घटना की स्थिति में चिकित्सा विभाग द्वारा अनुशंसित जेनेरिक दवाएं मौजूद हैं। ऑक्सी कैब्स के को-फाउंडर अनूप जांगिड ने बताया कि ऑक्सी कैब्स का मिशन न केवल ड्राइवरों को रोज़गार प्रदान कर रहा है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और स्वतंत्र भी बना रहा है, हम पुरुष और महिला दोनों ड्राइवरों को प्रोत्साहित भी करते हैं। उन्होंने कहा कि ऑक्सी कैब ड्राइवरों को आर्थिक रूपसे सशक्त बनाने के लिए बाज़ार में उनकी राह आसान बनाकर उनको उचित ड्राइविंग कौशल प्रदान करती है।
ऑक्सी कैब्स के को-फाउंडर अनूप जांगिड ने बताया कि ऑक्सी परिवार का हिस्सा बनने और ग्राहकों की सेवा करने की इच्छा रखने वाले ड्राइवरों के लिए मान्यता प्राप्त बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों द्वारा ऋण सुविधा भी उपलब्ध है। अनूप जांगिड ने बताया कि उत्तर प्रदेश के शहरों लखनऊ, जयपुर, दिल्ली, जोधपुर, कोटा और उदयपुर जैसे शहरों में ऑक्सी कैब्स का विस्तार किया जा रहा है। ऑक्सी कैब्स की अपनी 100 प्रतिशत इक्विटी केवल भारत में है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए विशेष पहल है। उन्होंने कहा कि ऑक्सी कैब्स सेवा प्रदाता होने का मतलब है कि आप जो भी भुगतान कर रहे हैं, वह भारत के बाहर नहीं जा रहा है और सीधे भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है।