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Tuesday 7 May 2019 11:33:07 AM
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के 5वें चरण में 7 राज्यों के 51 लोकसभा क्षेत्रों में मतदान क्या बड़ा घमासान हुआ है। इस चरण में लगभग 8 करोड़ 75 लाख मतदाता थे, जिनमें से करीब इकसठ प्रतिशत मतदाताओं ने 674 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला किया। पश्चिम बंगाल में जगह-जगह पर बड़ी हिंसक झड़पों के साथ सर्वाधिक 74 मतदान हुआ। इस चरण में मतदान के लिए 96 हजार से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए थे। पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश की 15, राजस्थान में 12, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 7-7, बिहार में 5, झारखंड में 4 और जम्मू-कश्मीर में 1 सीट के लिए मतदान हुआ। पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश की सबसे ज्यादा सीटों अमेठी, रायबरेली, लखनऊ, धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी, बाराबंकी, फैजाबाद, बहराइच, कैसरगंज और गोंडा में मतदान हुआ।
लोकसभा चुनाव के इस पांचवें चरण में बिहार की सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण और हाजीपुर सीट पर भी वोट डाले गए। राजस्थान की श्रीगंगानगर, बीकानेर, चुरू, झुंझुनू, सीकर, जयपुर (ग्रामीण), जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर सीटों पर चुनाव हुआ। मध्यप्रदेश की टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद और बैतूल सीट के लिए वोटिंग हुई। जम्मू-कश्मीर का अनंतनाग देश का एक मात्र संसदीय क्षेत्र है, जहां चरण 3, चरण 4 और चरण 5 में मतदान हुआ है। अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां, पुलवामा, लेह और करगिल जिलों में मतदान हुआ। अनंतनाग संसदीय क्षेत्र से 18 उम्मीदवार मैदान में थे। जम्मू-कश्मीर में इस बार दो-तीन पोलिंग बूथों पर ग्रेनेड भी फेंके गए, लेकिन कोई अप्रिय घटना नहीं घटी, यहां मतदान का प्रतिशत भी सबसे कम रहा। इस चुनाव में सभी दलों ने अपनी ताकत झोंकी है और चुनाव जीतने के सभी हथकंडे अपनाए हैं। कई लोकसभा क्षेत्रों से ऐसी खबरें हैं जहां प्रत्याशियों ने चुनाव जीतने के लिए तांत्रिकों का सहारा ले रखा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विपक्षी गठबंधनों के चौतरफा हमलों और भितरघात के कारण यह लोकसभा चुनाव भाजपा और नरेंद्र मोदी के लिए जीवन मरण का सवाल बन गया है। नरेंद्र मोदी एक तरफ और बाकी सब दूसरी तरफ। बंगाल में ममता बनर्जी और यूपी में सपा-बसपा गठबंधन ने बहुत सर उठाया हुआ है, तथापि नरेंद्र मोदी अकेले ही उसका डटकर मुकाबला कर रहे हैं। दरअसल सारी भाजपा नरेंद्र मोदी के कंधों पर बैठकर चुनाव लड़ रही है और नरेंद्र मोदी को न केवल विपक्षी गठबंधनों से, बल्कि भाजपा में अनेक कालनेमियों से भी लड़ना पड़ रहा है। मध्य प्रदेश का चुनाव भी तीव्र घमासान में है। मध्य प्रदेश के प्रतिष्ठापूर्ण भोपाल लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह के भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के सामने पस्त नज़र आ रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने मतदाता शक्ति पर विश्वास छोड़कर कम्प्यूटर बाबा के तंत्रमंत्र का सहारा लिया है, जहां वे भोपाल में करीब सात हजार साधुओं से अग्नि यज्ञ करा रहे हैं।