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Tuesday 7 May 2019 04:17:11 PM
भुवनेश्वर/ कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा में चक्रवाती तूफान फानी से हुए नुकसान का जायजा लेते हुए ओडिशा की 1000 करोड़ रुपये की तत्काल मदद की घोषणा की है, यह राशि 29 अप्रैल 2019 को राज्य सरकार को जारी 341 करोड़ रुपये के अतिरिक्त है। प्रधानमंत्री ने अंतर-मंत्रालीय केंद्रीय टीम के आंकलन के बाद और भी मदद करने का वायदा किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवाती तूफान फानी से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए ओडिशा में पिपिली, पुरी, कोणार्क, निमपाड़ा और भुवनेश्वर का हवाई सर्वेक्षण भी किया। हवाई सर्वेक्षण में प्रधानमंत्री के साथ ओडिशा के राज्यपाल प्रोफेसर गणेशीलाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहत एवं पुनर्वास के लिए उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा के लिए केंद्र और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक भी की और ओडिशा को सभी संभव मदद देने का आश्वासन दिया। उन्होंने ओडिशा के लोगों के साथ एकजुटता का भी प्रदर्शन किया। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की मौजूदगी में तूफान से निपटने के उनके और उनके स्थानीय प्रशासन के प्रयासों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार न सिर्फ तत्काल राहत उपलब्ध कराने को बल्कि राज्य का पुनर्निर्माण सुनिश्चित करने के लिए भी प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने तूफान से मरने वालों की संख्या न्यूनतम होने में सेटेलाइट इमेजरी और उन्नत मौसम पूर्वानुमान तकनीक जैसी प्रोद्योगिकी की भूमिका की भी सराहना की।
नरेंद्र मोदी ने तूफान आने से पहले 10 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए राज्य सरकार की कोशिशों और सटीक पूर्वानुमान के लिए मौसम विभाग की खासतौर पर सराहना की। नरेंद्र मोदी ने तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों और मछुआरों के सहयोग की भी सराहना की। नरेंद्र मोदी ने केंद्र और राज्य सरकारों के बीच बेहतर तालमेल पर संतोष जताया, जिससे बड़े जानमाल की हानि रोकी जा सकी। उन्होंने कहा कि वह अच्छी तरह जानते हैं कि ऐसे तूफान कितनी बर्बादी और तबाही लाते हैं, क्योंकि वह भी एक तटीय राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। प्रधानमंत्री ने आश्वासन दिया कि ओडिशा राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर, आवास, मछुआरों और कृषि को हुए नुकसान एवं राज्य के लिए आवश्यक राहत का आकलन करने के लिए शीघ्र ही एक केंद्रीय दल ओडिशा भेजा जाएगा।
प्रधानमंत्री ने राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों को निर्देश दिया कि जितना जल्द हो सके ऊर्जा, दूरसंचार और रेलवे सेवाएं बहाल की जाएं। प्रधानमंत्री ने सड़क और भू-तल मंत्रालय से ध्वस्त सड़कों की तत्काल मरम्मत करने के लिए प्रभावी कदम उठाने और इस दिशा में राज्य को हर संभव मदद उपलब्ध कराने को कहा। प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में किसानों के दावों का आंकलन करने के लिए बीमा कंपनियां तुरंत अपनी टीम भेजें और जल्द से जल्द किसानों को राहत पहुंचाई जाए। प्रधानमंत्री ने तूफान में मारे गए लोगों के परिजनों को दो लाख रुपये और गंभीर रूपसे घायल को 50,000 रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की। उन्होंने ओडिशा के लोगों को आश्वस्त किया कि दु:ख की इस घड़ी में केंद्र सरकार उनके साथ खड़ी है। प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल में हल्दिया सिटी पूर्वी मेदिनीपुर, तामलुक और झारग्राम में विशाल जनसभाओं में फोनी तूफ़ान से हुए जानमाल की क्षति पर गहरी संवेदना व्यक्त की।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम सभी इस मुश्किल घड़ी में ओडिशा और पश्चिम बंगाल की जनता के साथ खड़े हैं। नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिन्होंने तूफान आपदा में अपनों को खोया है, मैं उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के तमाम विभाग पूरी मुस्तैदी से राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी को बंगाल की स्पीड ब्रेकर बताया और कहा कि दीदी ने चक्रवात पर भी राजनीति करने की कोशिश की है, मैंने दीदी से फोन पर बात करने की कोशिश की, लेकिन उनका अहंकार इतना ज्यादा है कि उन्होंने मुझसे बात नहीं की, मैं उनके फोन का इंतजार ही करता रहा। उन्होंने कहा कि मैं पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए चिंता में था, इसलिए ममता दीदी से बात करना चाहता था, लेकिन दीदी ने दूसरी बार भी मुझसे बात नहीं की। उन्होंने कहा कि दीदी की इस राजनीति के बीच मैं पश्चिम बंगाल की जनता को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि केंद्र सरकार पूरी शक्ति से पश्चिम बंगाल की जनता के साथ खड़ी है।