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फूलों की खेती से किसानों के चेहरे खिले

गुलाब एवं ग्लैडिओलस प्रदर्शनी का समापन

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लखनऊ। राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान की दो दिवसीय वार्षिक गुलाब एवं ग्लैडिओलस प्रदर्शनी का सफलतापूर्वक समापन समारोह संस्थान के सेंट्रल लॉन में हुआ। राज्य के कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के प्रमुख सचिव संजय अग्रवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता की और डॉ मुकेश गौतम निदेशक कृषि विभाग उप्र, मंजू नौटियाल प्रधानाचार्या सिटी मांटेसरी स्कूल लखनऊ, सोनिया अग्रवाल और रागिनी गौतम सम्मानित अतिथि थीं। इन्होंने विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किये। कुल 26 रनिंग चैलेंज ट्राफी/शील्ड/कप एवं विभिन्न विजेताओं को 290 पुरस्कार (प्रथम 89 द्वितीय 88 एवं सांत्वना 113) वितरित किये गए। प्रदर्शनी में लखनऊ और अन्य शहरों से 63 प्रदर्शकों ने 697 प्रविष्टियां प्रदर्शित कीं।

पुरस्कार वितरण समारोह के प्रारम्भ में संस्थान के निदेशक डॉ शेखर नौटियाल ने मुख्य अतिथि और सम्मानित अतिथियों का का स्वागत किया। उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि विभाग के सहयोग से प्रदेश के लगभग 1.2 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र पर जैव उर्वरक एवं जैव कीटनाशकों का प्रयोग किया गया है जिससे लगभग 100 करोड़ रूपये मूल्य के रासायनिक खादों की बचत हुई है और फसल की उत्पादकता में भी 15 से 30 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी है। उन्होंने कहा ग्लैडिओलस की वर्तमान लोकप्रियता का कारण एनबीआरआई है जिसकी वजह से बडे़ पैमाने पर भारत में इसकी व्यावसायिक खेती हो रही है। एनबीआरआई 25 वर्ष से ग्लैडिओलस के जर्मप्लाज्म संग्रह, नई किस्मों के विकास, तकनीकी सलाह प्रदान करके, प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के आयोजनों से रोपण सामग्री प्रदान करके, इसकी लोकप्रियता बढ़ाने का काम कर रहा है। संस्थान ने अब तक इसकी 20 नयी किस्मों को विकसित किया है।

मुख्य अतिथि संजय अग्रवाल ने ग्लैडिओलस की व्यावसायिक खेती नामक प्रसार पुस्तिका का विमोचन भी किया और एनबीआरआई के उद्यान कृषि के क्षेत्र में प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि कृषकों के लाभ के लिए एनबीआरआई में पुष्प कृषि के क्षेत्र में अनुसंधान कार्य काफी महत्वपूर्ण हैं। सम्मानित अतिथि डॉ मुकेश गौतम ने कहा कि संस्थान के पुष्प कृषि के प्रयास का बहुत ही महत्वपूर्ण सामाजिक मूल्य है और यह भी ग्रामीण कृषकों के जीविकोपार्जन का महत्वपूर्ण आधार है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस तरह के शो के विजयी प्रतिभागियों के साथ एक संगोष्ठी का आयोजन किया जाना चाहिए जिससे कि संस्थान कृषकों को पुष्प कृषि के लिए प्रेरित करने में सक्रिय भूमिका निभा सके और फूलों के निर्यात के लिए संभावनाएं तलाशी जा सकें। डॉ अनिल कुमार गौनियाल वैज्ञानिक, सूचना अनुभाग ने समारोह का संचालन किया और डॉ एके गोयल वरिष्ठ वैज्ञानिक, राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान लखनऊ ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।

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