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मुंबई। वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा और आस्ट्रेलिया के व्यापार मंत्री डॉ क्रेग एमरसन के बीच यहां हुई बैठक में बहुपक्षीय बातचीत के दो दौर की संभावना और प्रगति के बारे में चर्चा हुई। वे इस बात पर भी सहमत हुए कि वर्ष 2011 इन चर्चाओं को तर्कसंगत समापन तक पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण है। द्विपक्षीय संबंधों के बारे में आनंद शर्मा ने कहा कि विशेष रूप से बुनियादी क्षेत्र में आस्ट्रेलिया के निवेश की आवश्यकता है। शर्मा ने यह भी सूचित किया कि भारत आस्ट्रेलिया के साथ व्यापारिक और आर्थिक संबंधों का विस्तार करने और उन्हें मजबूत बनाने के प्रति वचनबद्ध है।
वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि भारत-आस्ट्रेलिया संयुक्त मंत्रालयी समूह की बैठक यथाशीघ्र होगी और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के मंच की बैठक भी इसके साथ-साथ ही होगी। उन्होंने कहा कि जहां तक एफटीए का संबंध है, इस बारे में उनके दावोस में होने वाली विश्व आर्थिक मंच की बैठक से लौटने के बाद विचार किया जाएगा। शर्मा ने कहा कि दोनों देशों के बीच सामान, सेवाओं और निवेश के व्यापार को बढ़ाने के लिए आस्ट्रेलिया के साथ एफटीए होना जरूरी है।
भारत का आस्ट्रेलिया के साथ वर्ष 2009-10 में कुल व्यापार लगभग 13.8 अरब अमरीकी डॉलर का हुआ। भारत ने 1.4 अरब अमरीकी डॉलर का निर्यात किया, जबकि आयात 12.4 अरब अमरीकी डॉलर का हुआ। जहां तक विदेशी प्रत्यक्ष निवेश का संबंध है, यह अप्रैल 2000 से नवंबर 2010 के दौरान आस्ट्रेलिया से 0.43 अरब अमरीकी डॉलर का प्राप्त हुआ।