स्वतंत्र आवाज़
word map

जम्‍मू क्षेत्र के छात्रों की गृह राज्‍य मंत्री से मुलाकात

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

नई दिल्ली। जम्‍मू क्षेत्र के सुदूरवर्ती इलाकों से 30 स्‍कूली छात्रों के एक समूह ने यहां गृह राज्‍य मंत्री मुल्‍लापल्‍ली रामचन्‍द्रन से मुलाकात की। दस से सोलह आयु वर्ग के ये छात्र सीमा सुरक्षाबल की ओर से भारत दर्शन के दौरे पर हैं। गृह राज्यमंत्री ने इस मौके पर अपने विचार बच्‍चों के साथ बांटे और बच्‍चों को भारत की विविध सांस्‍कृतिक खूबसूरती को फैलाने एवं देश को एकीकृत रूप से मजबूत बनाने में मदद करने की सलाह दी। उन्‍होंने इस बात पर भी बल दिया कि भारत सरकार, जम्‍मू–कश्मीर के बच्‍चों की शिक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है, जिस कारण वहां शिक्षा के स्‍तर में बढ़ोतरी हुई है। उनका कहना था कि लोक सेवा परीक्षा में शीर्ष स्‍थान प्राप्‍त करने वाले डॉ शाह फैसल, जम्‍मू कश्‍मीर राज्‍य से ही संबंध रखते हैं और उन जैसे नौजवानों पर हमें गर्व होना चाहिए। ऐसे युवा सभी के लिए आदर्श हो सकते हैं।

इसके बाद बच्‍चों ने गृह राज्यमंत्री के साथ अपने अनुभव बांटे। मैट्रो की सवारी, ताजमहल और टेकनपुर में सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों के प्रशिक्षण को देखकर बच्‍चे बेहद उत्‍साहित थे। ये बच्‍चे जम्‍मू-कश्‍मीर के सुदूरवर्ती इलाकों से संबंध रखते हैं और ये दौरा देश के बारे में उनकी दृष्‍टि को विस्‍तृत आयाम देगा। नागरिक कार्रवाई कार्यक्रम के तहत सीमा सुरक्षा बल जम्‍मू-कश्‍मीर के सुदूरवर्ती इलाकों के गरीब परीवारों के बच्‍चों के लिए भारत दर्शन का दौरा आयोजित करता है। इस दौरे का मुख्‍य उद्देश्‍य दूर-दराज में रहने वाले बच्‍चों को देश के ऐतिहासिक, सांस्‍कृतिक और तकनीकी पक्ष के बारे में जानकारी देने के साथ ही देश के विकास और प्रगति से रू-बरू कराना भी होता है। सीमा सुरक्षा बल 1999 से इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करता आया है। सीमा सुरक्षा बल के 29 भारत दर्शन दौरों में अब तक जम्‍मू-कश्‍मीर के 918 बच्‍चे हिस्‍सा ले चुके हैं। इस कार्यक्रम के तहत उन्‍हें चंडीगढ़ अमृतसर, आगरा, ग्‍वालियर, मथुरा और दिल्‍ली की सैर कराई गई। इन शहरों में बच्‍चों ने ऐतिहासिक और सांस्‍कृतिक महत्‍व की जगहों के दर्शन भी किए।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]