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नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यटक मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा है कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दक्षिण एशियाई देशों के बीच सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता है। राजधानी में 18वीं दक्षिण एशियाई यात्रा और पर्यटन प्रदर्शनी (एसएटीटीई) 2011 का उद्घाटन करते हुए सहाय ने कहा कि पर्यटन संगठनों और क्षेत्र के हितधारकों के लिए यह उपयुक्त समय है कि वे क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मिल बैठकर एक समान और संबद्ध समस्याओं के निदान पर कार्य करें।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि पर्यटन उद्योग के तेजी से विकास के लिए अधिक प्रशिक्षित और कुशल पेशेवरों की आवश्यकता है, भारत दक्षिण एशियाई लोगों के लिए अपनी प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध करा सकता है, भारत में पर्यावरणीय, ग्रामीण और चिकित्सा संबंधी पर्यटन के विकास की काफी गुंजाइश है। उन्होंने कहा कि पर्यटन विकास के भविष्य के लिए उद्योग के साथ संयोजन और सहयोग मुख्य केंद्र बिंदु बनता जा रहा है। दक्षिण एशियाई क्षेत्र में और अंतर क्षेत्रीय पर्यटन के विकास के लिए हमें चाहिए कि उद्योग को प्रमुख भागीदार बनाएं।
पर्यटन मंत्री ने आशा व्यक्त की कि इस सम्मेलन में दक्षिण एशिया में पर्यटन के विकास के लिए ठोस रोड मैप तैयार होगा। एसएटीटीई दक्षिण एशियाई क्षेत्र में पर्यटन क्षमता को प्रदर्शित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और क्षेत्र में पर्यटन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विश्व के खरीदारों के साथ संपर्क स्थापित करने के लिए एक मंच भी उपलब्ध कराता है। इस वर्ष 32 देश एसएटीटीई में भाग ले रहे हैं।