स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
सांची।शांति और अहिंसा का संदेश देने वाले सांची नगरी, जिसका नाम विश्व धरोहर के साथ ही साथ यूनेस्को की सूची में दर्ज है, के आस-पास या नजदीकी गांवों में स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता या मिली भगत से छोटे-छोटे अवैध मयखाने खोल दिये गये हैं। ऐसा नहीं की इसकी सूचना आबकारी अमले और स्थानीय पुलिस प्रशासन को नहीं है। स्थानीय नागरिक प्रशासन, शराब माफियाओं के आगे नतमस्तक है। इस कारण शिवसेना के बैनर तले युवाओं और गुलगांव के निवासियों ने एकत्रित होकर सांची तहसीलदार को कलेक्टर के नाम ज्ञापन भी सौंपा है।
ज्ञापन के अनुसार सांची कलारी के मैनेजर खुद ही टाटा सूमो से भर कर जगह जगह अवैध शराब सप्लाई करते हैं। इसका नुकसान गुलगांव, ऐरन, सुखाकरार सांची से जुड़े गांवों और कस्बों में दिख रहा है। आये दिन शराबी लोग गांवों में उत्पात करते नज़र आते हैं। इसका सबसे ज्यादा नुकसान महिलाओं को हो रहा है। नशे में चूर होकर शराबी, राहगीरों और महिलाओं पर फब्तियां कसते हैं। इस सबके विरोध में शिवसेना ने जोरदार नारेबाजी के साथ प्रशासन से शराब माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में मुख्यरूप से गजेंद्र कुशवाहा जिलाध्यक्ष शिवसेना विदिशा, सूरजमल जैन सांची तहसील अध्यक्ष और रामबाबू सराठे इत्यादि युवा शामिल थे।