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लखनऊ। लखनऊ के चौक स्टेडियम में रामनाथ कपूर स्मारक क्रिकेट कप के लिए नीरू कपूर एकादश और एलएन मिश्रा एकादश के बीच 20 ओवर का 26 जनवरी को प्रदर्शनी मैच हुआ जिसमें एलएन मिश्रा एकादश ने यह कप जीत लिया। रामनाथ कपूर उत्तर प्रदेश के जाने-माने क्रिकेट खिलाड़ी नीरू कपूर के पिताश्री हैं जिनकी याद में वे हर वर्ष यह मैच कराया करते हैं। यह मैच चौक की महान विभूतियों को समर्पित किया गया था। इसमें वरिष्ठ क्रिकेटरों, सांसद लालजी टंडन सहित चौक के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। दर्शकों ने मैच का खूब आनंद लिया।
रामनाथ कपूर स्मारक प्रदर्शनी मैच में बुजुर्ग कामेश्वर नाथ टंडन और श्याम हजारे को खासतौर से सम्मानित किया गया। क्रिकेट के आयोजनों में इनका निस्वार्थ और बड़ा भारी योगदान माना जाता है। सांसद लालजी टंडन ने उन्हें फूलमाला पहनाकर सम्मानित किया। लालजी टंडन ने उन खिलाड़ियों के चित्र पर भी अपने श्रद्वासुमन अर्पित किए जो लखनऊ में क्रिकेट के पर्यायवाची रहे हैं। एक बैनर पर इन सभी खिलाड़ियों के चित्रों को एक साथ लगाया गया था। नीरू कपूर ने लालजी टंडन को बैनर का अवलोकन कराते हुए दिवंगत इन14 खिलाड़ियों के क्रिकेट में योगदान की याद दिलाई। टंडन ने इनमें गहरी दिलचस्पी ली और नीरू कपूर की इस बात के लिए प्रशंसा की कि उन्होंने चौक की क्रिकेट की इन महान विभूतियों को समारोहपूर्वक याद किया। नीरू कपूर ने इस क्रिकेट मैच को केवल 20 ओवरों के खेलने भर तक सीमित नहीं रखा अपितु इस बात का पूरा ध्यान रखा कि चौक के क्रिकेट खिलाड़ियों और क्रिकेट में उनके योगदान और उनकी प्रतिभाओं की भी चर्चा हो। यह मैच रखकर उन्होंने चौक की उन यादों और इतिहास को खोला जिनका जानना और समझना आज की खेल पीढ़ी के लिए जरूरी है।
प्रदर्शनी मैच में जो भी क्रिकेट खेल रहे थे और जो देखने आए थे, सभी ने खूब लुफ्त उठाया। मैच में खेलने वाले हर उम्र के खिलाड़ी चौक के थे जिनका क्रिकेट से बड़ा गहरा रिश्ता रहा है। कमेंटेटर सभी खिलाड़ियों के बीते दिनों की यादगार बातें भी सुना रहे थे जिनसे मैच में और ज्यादा आनंद आ रहा था। एक-दो क्रिकेटर तो ऐसे थे कि जिन्होंने अच्छे शॉट लगाए लेकिन अपनी शारीरिक अवस्था के कारण रन लेने के लिए दौड़ नहीं पाए और रन आउट हो गए। स्वयं नीरू कपूर रन लेने की हड़बड़ाहट में उलझकर पिच पर लुढ़क गए तो चौक स्टेडियम ठहाकों से गूंज उठा। नीरू कपूर ने अच्छे शॉट खेले। दर्शकों के लिए यह क्षण भी बहुत मनोरंजनकारी थे। कमेंटेटर कह रहे थे कि इस मैच की विशेषता ही यह है कि इसमें तब और अब में अंतर जरूर है लेकिन क्रिकेट के प्रति हौसला वही पुराना है। नीरू कपूर के आग्रह पर कई रणजी खिलाड़ी और चौक के गणमान्य नागरिक, महिलाएं एवं बच्चे भारी संख्या में मौजूद थे।
लखनऊ क्रिकेट के जो खिलाड़ी आज दुनिया में नहीं हैं, उनमें से कुछ परिवारों के सदस्यों ने भी मैच में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। लखनऊ के जाने-माने क्रिकेट प्रेमी और खिलाड़ी मरहूम अस्करी हसन की पत्नी सुरैया अस्करी भी यह मैच देखने आईं थीं और अपने पति की याद को ताजा किया। लखनऊ के प्रमुख पूर्व रणजी खिलाड़ी अशोक बॉम्बी, रोहित चतुर्वेदी, भूपेंद्र, प्रसाद, सुभाष भार्गव, सरदार भूपेंदर सिंह, अशोक शर्मा, वेटरन क्रिकेटर एसोसिएशन के सचिव कैप्टन बलराम, केएल चोपड़ा, अन्य क्रिकेटर खासतौर से मैच में मौजूद थे। सभी ने नीरू कपूर को यह मैच कराने के लिए धन्यवाद दिया। हालांकि नीरू कपूर अपने पिता की याद में हर साल यह मैच कराते रहे हैं लेकिन पिछले तीन-चार वर्षों से विभिन्न व्यस्तताओं के कारण वे इसे नियमित नहीं रख पाए थे। नीरू कपूर चूंकि उत्तर प्रदेश की रणजी क्रिकेट टीम एवं अन्य प्रमुख टीमों के प्रमुख चयनकर्ता रहे हैं इसलिए यह भी एक कारण रहा जो वे इस मैच के लिए समय नहीं दे पाए। चौक के इतने सारे क्रिकेट खिलाड़ियों और क्रिकेट प्रेमियों को देखकर सांसद लालजी टंडन ने प्रसन्नता व्यक्त की।
नीरू कपूर के क्रिकेट की भी इस मैच में खूब चर्चा हुई। कमेंटेटर ने कहा कि नीरू कपूर यूपी के ऐसे रणजी खिलाड़ी और रणजी चयनकर्ता रहे हैं जिनका क्रिकेट के विकास में छात्र जीवन से ही अभूतपूर्व योगदान है। उन्हें क्रिकेट में 50 साल से ज्यादा हो गए हैं। सन् 1957 में उन्होंने गोमती ग्राउंड पर इंटर कॉलेज का फाइनल मैच खेला था। वे सन् 1961 में क्रिश्चयन कॉलेज क्रिकेट टीम के कप्तान हुए। इसके बाद लखनऊ विश्वविद्यालय क्रिकेट टीम की कप्तानी की और सन् 1964 में पहली बार रणजी मैच खेला। वे उत्तर प्रदेश के खेल विभाग में डिप्टी डायरेक्टर रहे हैं और करीब 17 साल यूपी रणजी के चयनकर्ता के रूप में उन्होंने क्रिकेट की कई महान प्रतिभाओं को देश के फलक पर पहुंचाया।
बीस ओवर का यह क्रिकेट मैच नीरू कपूर एकादश और एलएन मिश्रा एकादश के बीच हुआ जिसमें राजेश कपूर के हरफनमौला खेल से निकले 31 रन और दो विकेट, विरद कपूर के 33 रन एवं जयकिशोर के 3 विकेट के योगदान से एलएन मिश्रा एकादश ने यह मैच जीत लिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए एलएन मिश्रा एकादश ने सभी विकेट खोकर 118 रन बनाए थे। नीरू कपूर एकादश की ओर से खेलते हुए शरद कपूर ने पांच रन देकर तीन विकेट लिए। रोमांचकारी मुकाबले में नीरू कपूर एकादश को चौदह रनों से हार का सामना करना पड़ा। यह टीम 19.5 ओवरों में 104 रन बनाकर आउट हो गई। इसमें अमित कपूर ने 34 और अन्नू मिश्रा ने 24 रन बनाए। विरद कपूर को सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज, शरद कपूर को गेंदबाज और राजेश कपूर को हरफनमौला खिलाड़ी घोषित किया गया।
मुख्य अतिथि लालजी टंडन ने विजेताओं और खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरण किया। चौक के पूर्व विधायक कन्हैया लाल महेंदू ने मुख्य अतिथि लालजी टंडन को टोकन ऑफ गिफ्ट दिया। कन्हैया लाल महेंदू ने मैच का उद्घघाटन किया था और लालजी टंडन ने पुरस्कार बांटे। आशुतोष टंडन, आलोक पुरी और नीरू कपूर को भी लालजी टंडन ने पुरस्कृत किया। नीरू कपूर को गोपालजी टंडन ने शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।