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इस्‍तांबुल में सिंधिया ने किया इंडिया शो का शुभारंभ

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इस्‍तांबुल। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्‍य मंत्री ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने तुर्की की राजधानी इस्‍तांबुल में गुरूवार को भारतीय इंजीनियरिंग कंपनियों के उत्‍पादों और सेवाओं की प्रदर्शनी में तुयाप फेयर कन्‍वेंसन और कांग्रेस सेंटर में इंडिया शो का शुभारंभ किया। भारत और तुर्की-संभावनाएं और चुनौतियों के विषय में सिंधिया ने कहा कि भारत तुर्की रणनीतिक भागीदारी को व्‍यापक परिप्रेक्ष्य में देखा जाना चाहिए, जिसमें रणनीति, राजनीति और आर्थिक पहलुओं पर विचार करने की जरूरत है।

सिंधिया ने कहा कि भारत मध्‍यपूर्व, मध्‍य एशिया और केस्पियन क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के ठोस प्रयास कर रहा है। भारत और यूरोपीय संघ ने सांस्‍थानिक ईयू-भारत रणनीतिक भागीदारी स्‍थापित की है। भारत और तुर्की ने दोनों देशों के बीच मुक्‍त व्‍यापार समझौते की व्‍यवहारिता का अवलोकन करने के लिए अपने स्‍तर पर संयुक्‍त अध्‍ययन समूह बनाया है। उन्‍होंने कहा कि भारत-तुर्की सहयोग के अनेक नोडल बिंदु हैं। सिंधिया ने कहा कि आर्थिक सहयोग, संयुक्‍त परियोजनाओं और संयुक्‍त निवेश के लिए हमारे क्षेत्रों में असीम संभावनाएं हैं, जो दोनों देश के साझा हित में है। उदाहरण के लिए तुर्की में भारत के लिए ऊर्जा सुरक्षा, बुनियादी ढ़ांचागत विकास और इंजीनियरिंग उद्योग के क्षेत्र में रणनीतिक भागीदारी विकसित करने के अत्‍यधिक अनुकूल माहौल है।

इंडिया शो में 160 से अधिक इंजीनियरिंग कंपिनयों ने भागीदारी की है, जिनमें टाटा मोटर्स, बजाज प्रीसीजन, एचएमटी इंटरनेशनल, रामकृष्‍ण फोरजिंग्‍स, नोएडा सेज, महिंद्रा वर्ल्‍ड सीटी इत्‍यादि शामिल हैं। अन्‍य प्रमुख भागीदारों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, पर्यटन मंत्रालय, कॉफी बोर्ड और चाय बोर्ड शामिल है। आंध्र प्रदेश, गुजरात और मध्‍यप्रदेश की राज्‍य सरकारों ने भारत के विभिन्‍न राज्‍यों का प्रति‍निधित्‍व किया। इंडिया शो में भारतीय इंजीनियरिंग के विभिन्‍न क्षेत्रों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें फिलहाल भारत में हो रहे इंजीनियरिंग बदलाव का प्रदर्शन किया गया। इंडिया शो तीन से छह फरवरी, 2011 के दौरान आयोजित किया जा रहा है, इसे वाणिज्‍य और उद्योग मंत्रालय तथा भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात संवर्द्धन परिषद ने संयुक्‍त रूप से आयोजित किया है।

तुर्की के वाणिज्‍य और उद्योग राज्‍य मंत्री नेहत इरगुन के साथ आपसी बातचीत में दोनों मंत्रियों ने व्‍यापार और आर्थिक सहयोग को 2012 तक पांच अरब डॉलर के लक्ष्‍य से अधिक करने का इरादा प्रकट किया। तुर्की और भारत के बीच आपसी व्‍यापार करीब 27 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक दर के हिसाब से बढ़ रहा है। यह 2005-06 में 1.2 अरब डॉलर से बढ़कर 2009-10 में 3.14 अरब डॉलर हो गया। भारत और तुर्की के बीच आपसी व्‍यापार 2012 तक पाँच हजार डॉलर करने का लक्ष्‍य है और अगले दस वर्ष में इसे दस अरब डॉलर करने का लक्ष्‍य निर्धारित किया गया है। ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने इस्‍तांबुल में भारत संध्‍या (इंडिया इवनिंग) का उद्दघाटन भी किया, जिसमें तुर्की के जानेमाने उद्योगपति शामिल हुए।

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