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देहरादून। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसके सिंह की मौजूदगी में वाडिया इंस्टीट्यूट देहरादून और हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। वाडिया इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ अनिल कुमार गुप्ता और विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ यूएस रावत ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये। डिपार्टमेंट ऑफ सांइस एंड टैक्नोलॉजी और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देश हैं कि राष्ट्रीय प्रयोगशालाएं और विश्वविद्यालय शोध और अकादमिक क्षेत्र में मिलजुल कर कार्य कर उसे बढ़ावा दें। इसी क्रम में विश्वविद्यालय ने वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन ज्यूलॉजी से करार किया है।
वाडिया इंस्टीट्यूट से हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के इस नये करार के बाद विश्वविद्यालय के भू-गर्भ विज्ञान विभाग और एस्ट्रोफिजिक्स के छात्रों को काफी लाभ मिलेगा। इस करार के बाद वाडिया इंस्टीट्यूट से रिसर्च करने वाले छात्रों को विश्वविद्यालय पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध करायेगा और साथ ही विश्वविद्यालय के शोध छात्र भी वाडिया इंस्टीट्यूट की शोध प्रयोगशाला का उपयोग कर सकेंगे। प्रयोगशाला में सैपल एनॉलिसिस में होने वाले खर्च में विश्वविद्यालय के छात्रों को छूट प्रदान की जायेगी। एमओयू के हस्ताक्षर के मौके पर वाडिया इंस्टीट्यूट के निदेशक समेत वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ राजेश शर्मा, डॉ केके पुरोहित और विश्वविद्यालय से भू-गर्भ विज्ञान विभाग से प्रोफेसर जेएस रावत, प्रोफेसर यशपाल सुंद्रियाल, डॉ एमपीएस बिष्ट मौजूद थे।