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लखनऊ। जिलाधिकारी अनिल कुमार सागर ने लखनऊ में चुप ताजिया और बारावफात के अवसर पर निकलने वाले जुलूसों के लिए परंपरागत व्यवस्थाएं चुस्त दुरूस्त रखने के साथ-साथ शांति व्यवस्था बनाए रखने और शांति व्यवस्था में बाधा पैदा करने वाले शरारती तत्वों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कड़ी निरोधात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित बैठक में पुलिस प्रशासन, जिले के अधिकारियों, जल संस्थान, विद्युत विभाग, नगर निगम के अधिकारियों को अपनी-अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सचेत करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि तीन दिन के अंदर जुलूस मार्गो का निरीक्षण कर सुनिश्चित कर लिया जाए कि सभी स्थानों पर अपेक्षित व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। जिलाधिकारी ने ख़ासतौर से विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया कि वह जुलूस मार्ग में विद्युत लाइनों के लटकते हुए तारों को ठीक करा दें, पर्याप्त क्षमता के मोबाइल ट्रांसफार्मर तैयार रखें और निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करें। जल संस्थान से कहा की वह चिन्हित जगहों पर टैंकर लगवा दे, नगर निगम से कहा कि सफाई व्यवस्था में कोई कमी न रहे और संबंधित विभाग आपसी तालमेल एवं समन्वय से कार्य करें। जिलाधिकारी ने थानों पर शांति समितियों की बैठकें करके शांति व्यवस्था बनाए रखने में जन सहयोग लेने को कहा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी से आवश्यकतानुसार एंबुलेंस की व्यवस्था करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नगर पश्चिमी ओपी पाठक ने बताया कि पूरे क्षेत्र को 21 सेक्टर और पांच जोन में बांट करके तद्नुसार व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। बनाए गये सेक्टर और जोन 7 फरवरी से सक्रिय हो जाएंगे, 12 फरवरी को चुप ताजिया और 16 फरवरी को बारावफात का जुलूस निकाला जाएगा। चुप ताजिया प्रातः 5.30 बजे नाजिम साहब के इमामबाड़े से शुरू होकर काजमैन में जाकर प्रातः 7 बजे तक समाप्त होगा। बारावफात का जुलूस अमीनाबाद से प्रारंभ होकर मौलवीगंज नक्खास होते हुए ऐशबाग ईदगाह पर समाप्त होगा। बैठक में पुलिस अधीक्षक नगर पश्चिमी वीपी अशोक, अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार पाठक, भरत जी पांडेय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एके शुक्ला, नगर मजिस्ट्रेट एके चौरसिया इत्यादि अधिकारी उपस्थित थे।