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तिरूवनंतपुरम। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने केरल के तिरूवनंतपुरम में सुविख्यात कवि ओएनवी कुरूप को ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया। कुरूप को यह पुरस्कार मलयालम में रचित उनकी कविताओं के लिए दिया गया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि विभिन्न भारतीय भाषाओं के कार्यों को दूसरी भाषाओं में अनुवाद करने को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ओएनवी कुरूप की सुंदर कविताओं को बंगाली या मराठी या पंजाबी में उपलब्ध कराना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक भाषा से दूसरी भाषा में इस प्रकार के अनुवाद को बढ़ावा देना एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है, जिसकी जिम्मेदारी साहित्य अकादमी ने ली है। उन्होंने कहा कि मलयालम के सबसे लोकप्रिय कवियों में से एक की रचनात्मक उपलब्धियों को सम्मान देकर उन्हें बहुत प्रसन्नता हुई है। उन्होंने कहा कि कुरूप की रचनाएं गहरी सामाजिक प्रतिबद्धता और रोमानी वास्तविकता को दर्शाती हैं और मानवीय गरिमा एवं आजादी में उनके दृढ़ विश्वास का चित्रण करती हैं। प्रधानमंत्री ने ओएनवी कुरूप को ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त करने के लिए बधाई दी।