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कोलकाता। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को एक कमज़ोर और लाचार प्रधानमंत्री बताते हुए कहा है कि वे सहानुभूति के पात्र हैं। आडवाणी ने कहा कि 'मुझे मनमोहन सिंह पर दया आती है गुस्सा नहीं, मैंने नेहरू काल से अब तक कई प्रधानमंत्री देखे हैं लेकिन मनमोहन सिंह जितना कमज़ोर प्रधानमंत्री नहीं देखा।' उन्होंने कहा कि जेपीसी को टूजी स्पेक्ट्रम मामले के साथ राष्ट्रमंडल खेल और मुंबई की आदर्श सोसाइटी में घपलों के मामले की भी जांच करनी चाहिए। टूजी स्पेक्ट्रम की जेपीसी जांच से डीएमके बेनकाब हो जाएगा, और बाकी इन दो मामलों में कांग्रेस की संलिप्तता भी उजागर हो जाएगी।
आडवाणी ने कहा यह गंभीर बात है कि प्रधानमंत्री को टूजी स्पेक्ट्रम मामले में सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देना पड़ा है। टेलीफोन टेपिंग का भी उन्होंने जिक्र किया और कहा कि राजनेताओं के टेलीफोन गृहमंत्रालय की इज़ाजत के बगैर टेप नहीं किए जा सकते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि भाजपा शासित राज्यों की सरकारें भ्रष्टाचार से मुक्त हैं। आडवाणी ने कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस के साथ तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी को भी निशाना बनाया और यह कहा कि इस तरह की पार्टियां अपनी सुविधा के लिए इधर-उधर जाती रहती हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि पश्चिम बंगाल में इस बार चुनाव में माकपा सत्ता से बाहर हो जाएगी। भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने भी कांग्रेस को ही लपेटा। भाजपा के वरिष्ठ नेता विदेशी काले धन पर बोले और भाजपा नेता अरूण जेटली ने माओवादियों और मार्क्सवादियों को एक ही श्रेणी में रखा।
बंगाल भाजपा की नवजागरण यात्रा की धर्मतल्ला के मीनार मैदान में हुई इस समापन सभा को बीजेपी के अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज, उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री कलराज मिश्रा, कर्नाटक के मुख्यमंत्री वाईएस यदुरप्पा, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक सहित अनेक नेताओं ने अपने भाषणों में बंगाल सरकार और कांग्रेस को अनेक तरीकों से घेरा। इन नेताओं ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों ने सुशासन और लोक कल्याणकारी योजनाओं से देश में अपनी अलग पहचान बनाई है।
रमेश पोखरियाल निशंक ने उत्तराखंड में भाजपा के कार्यो का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तराखंड ने दस साल की अल्पायु में ही विकास की दिशा में ऐसी ऊंची छलांग लगाई है कि उसने उत्तर भारत क्षेत्र के राज्यों में औद्योगिक क्षेत्र और देश में सर्वाधिक विकासशील राज्यों में अपना अग्रणी स्थान बना लिया है। उत्तराखंड सरकार की स्पष्ट सोच है कि विजन-2020 के जरिए उत्तराखंड को इस अवधि में देश का मॉडल राज्य के रूप में विकसित करे। निशंक ने कहा कि धरती के स्वर्ग उत्तराखंड को पर्यटन की दृष्टि से विश्व मानचित्र पर लाया जा रहा है। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा को हवाई यात्रा से जोड़ दिया गया है। उत्तराखंडियों ने राष्ट्र की सुरक्षा एवं एकता में हमेशा कुर्बानियां दी हैं।