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पेरिस। भारत के वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने यहां जी-20 सम्मेलन के दौरान फ्रांस के वित्त मंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान वित्तीय लेनदेनों, काले धन की रोकथाम और कर पर दबाब बढ़ाने के लिए सूचनाओं के आदान-प्रदान में पारदर्शिता अपनाने की जरूरत का आह्वान किया है। प्रणब मुखर्जी ने स्विस बैंक में भारतीय धन पर सूचना के आदान-प्रदान के लिए फ्रांस की अर्थव्यवस्था, उद्योग और रोजगार मंत्री क्रिस्टीना लगार्डे की वचनबद्धता का संदर्भ दिया। वित्त मंत्री ने दोहरे कर परिहार संधि(डीटीएसी) में भारत के प्रस्तावित संशोधनों की फ्रांस के मंत्री को जानकारी भी दी। उन्होंने सुझाव दिया कि इस संदर्भ में वार्ता शीघ्र ही प्रारंभ होनी चाहिए।
भारतीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने पेरिस में 18 फरवरी 2011 को जी-20 वित्त मंत्रियों और सैंट्रल बैंक गर्वनरों की बैठक के अवसर पर फ्रांस के वित्त मंत्री के साथ अपनी द्विपक्षीय बैठक भी की। दोनों नेताओं ने अनेक द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। वित्त मंत्री मुखर्जी ने दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को और बढ़ाने की जरूरत पर भी बल दिया। मुखर्जी ने उपयोगिता सेवाओं में कचरा पुनर्चक्रण और कचरा प्रबंधन में फ्रांस दक्षता को अपनाने की भी जरूरत पर बल दिया।
अपनी द्विपक्षीय वार्ता के दौरान प्रणब मुखर्जी ने भारत में परमाणु ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए एनपीसीआईएल और एरीवा के बीच हस्ताक्षरित समझौतों का भी उल्लेख किया। फ्रांस की अर्थव्यवस्था, उद्योग और रोजगार मंत्री क्रिस्टीना लगार्डे ने बताया कि डीटीएसी पर भारत के प्रस्तावित संशोधनों पर फ्रांस की एक टीम कार्य कर रही है और भारत के साथ कर प्रस्तावों पर सूचना के बारे में भी जल्द ही विचार-विमर्श किया जाएगा।