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नई दिल्ली। वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने उरुग्वे के उद्योग, उर्जा और खान मंत्री के साथ बैठक के बाद कहा है कि दोनों देशों के बीच कृषि व्यापार, रसायन, दवाईयां, कपड़ा, ऑटोमोबाइल, ऑटो कलपुर्जे, सूचना तकनीक, औद्योगिक तकनीक और प्लास्टिक के क्षेत्र में आर्थिक सहयोग को बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि भारत उरुग्वे के साथ सहयोग और संबंधों को और प्रगाढ़ बनाएगा। भारत के दौरे पर आए उरुग्वे के मंत्री को बैठक के दौरान आनंद शर्मा ने बताया कि आपसी हित के क्षेत्रों में अपार संभावनाएं होने के बावजूद दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार का दायरा काफी सिमटा हुआ है इसलिए दोनों को व्यापार में कारगर तरीके से बढ़ोत्तरी करनी है।
वर्ष 2009-10 के दौरान भारत-उरुग्वे के बीच व्यापार 64.37 मिलियन डालर रहा है। भारत, उरुग्वे को मुख्य रुप से रसायन, प्लास्टिक, इलेक्ट्रानिक समान, दवाईयां, कार, ट्रैक्टर और कई दूसरे सामानों का निर्यात करता है और उरुग्वे से आयात की जाने वाली मुख्य वस्तुएं ऊनी और बुने हुए वस्त्र, काष्ठ और काष्ठ की वस्तुएं, पेपर और पेपर बोर्ड, लौह और इस्पात की वस्तुएं, कच्चा चमड़ा, खाल और चर्म, विविध उत्पाद प्रमुख हैं।