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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने राज्य स्तरीय पुरस्कार समारोह में वाराणसी के अब्दुल अहद को बेहतर उत्पाद बनारसी ब्रोकेड के लिये 25 हजार रूपये, शाल, शील्ड और प्रमाण पत्र देकर प्रथम पुरस्कार से नवाज़ा है। राज्य स्तरीय पुरस्कारों की श्रृंखला में द्वितीय पुरस्कार मेरठ के विपिन सैमवाल को मैट के लिये 21 हजार रूपये, तृतीय पुरस्कार बदायूं की रेखा देवी को बेड दरी के लिये 18 हजार रूपये देकर सम्मानित किया है। उन्होंने संबोधन में कहा कि हथकरघा क्षेत्र से जुड़े सभी बुनकर प्रदेश की रीढ़ हैं, कृषि के बाद रोजगार मुहैया कराने वाला यह पहला उद्योग है जिससे बड़ी संख्या में लोगों की रोजी-रोटी जुड़ी है।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने चौधरी चरण सिंह सहकारिता भवन के सभागार में राज्य स्तरीय 'मान्यवर कांशीराम जी राज्य हथकरघा पुरस्कार' समारोह में कहा कि राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि जो उपेक्षित क्षेत्र हैं उनको प्रोत्साहन दिया जाए, इसीलिए 'मान्यवर कांशीराम जी हथकरघा पुरस्कार' विगत तीन वर्ष से दिया जा रहा है। प्रदेश में अधिक से अधिक रोजगार इसी उद्योग से प्राप्त होता है। बुनकरों के सामने बिजली की समस्या पर उन्होंने कहा कि चार-पांच महीने बाद यह समस्या काफी हद तक दूर हो जायेगी, इस ओर सरकार के भरसक प्रयत्न जारी हैं। सिद्दीकी ने कहा कि अक्टूबर-2008 में जमा किये गये मूल धन की धनराशि पर ब्याज राहत का लाभ बुनकरों को दिया जा रहा है। हथकरघा बुनकरों के आर्थिक एवं सामाजिक विकास और उनके जीवन स्तर में गुणात्मक सुधार लाने के लिये प्रदेश सरकार, भारत सरकार के सहयोग से कई महत्वपूर्ण योजनाएं संचालित कर रही है।
राज्य स्तरीय पुरस्कार के अतिरिक्त 13 परिक्षेत्रों से आए बुनकरों को इस अवसर पर परिक्षेत्रीय हथकरघा पुरस्कार भी दिया गया। इनमें लखनऊ परिक्षेत्र से सीतापुर के इस्तिफा अली को प्रथम, बाराबंकी के जमीरूद्दीन, द्वितीय और मोहम्मद अलीम को तृतीय पुरस्कार दिया गया। इसी प्रकार अलीगढ़ परिक्षेत्र से महामाया नगर के रामबाबू को प्रथम, मथुरा के लालाराम द्वितीय और कुंवरपाल को तृतीय, फैजाबाद परिक्षेत्र से अंबेडकर नगर के मोहम्मद असलम को प्रथम, कैसर रज़ा द्वितीय, सुल्तानपुर के मासूम को अख्तर तृतीय, बरेली परिक्षेत्र से बदायूं की रेखा देवी को प्रथम, पीलीभीत के मोहम्मद राशिद द्वितीय और शाहजहांपुर के वीरेंद्र कुमार को तृतीय, इलाहाबाद परिक्षेत्र से बांदा के मोहम्मद अनवर प्रथम, रहीम द्वितीय, प्रतापगढ़ के मुरसलीन अहमद को तृतीय, मेरठ परिक्षेत्र से मेरठ के वीरेंद्र दत्त प्रथम, विपिन सेमवाल द्वितीय, मुजफ्फरनगर के इनामुल्लाह को तृतीय, मऊ परिक्षेत्र से गाजीपुर के अलाउद्दीन प्रथम, आज़मगढ़ के असजद रज़ा द्वितीय, मऊ के मुस्ताक अहमद को तृतीय, गोरखपुर परिक्षेत्र से गोरखपुर की खादीजा खातून प्रथम, मोहम्मद शमीम द्वितीय, संत कबीर नगर के जमाल अशरफ को तृतीय, कानपुर परिक्षेत्र से कानपुर के उबेद अख्तर अंसारी प्रथम, हरी बाबू द्वितीय, मोहम्मद सलीम को तृतीय, वाराणसी परिक्षेत्र से वाराणसी के अब्दुल अहद प्रथम, मोहम्मद सलीम द्वितीय, इश्तियाक अहमद को तृतीय, मुरादाबाद परिक्षेत्र से जेपी नगर के बुनियाद अली प्रथम, बिजनौर के शकील अहमद द्वितीय और मुरादाबाद के मोहम्मद फारूक को तृतीय, झांसी परिक्षेत्र से झांसी के हरीराम प्रथम, राजेश द्वितीय और जालौन के शिवनारायण को तृतीय, इटावा परिक्षेत्र से इटावा के मारूफ अंसारी प्रथम, रऊफ अंसारी द्वितीय और वीरेंद्र तृतीय स्थान पर रहे। इन सभी को अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट उत्पाद के लिये क्रशमः 10 हजार, 8 हजार रूपये, 6 हजार रूपये, शाल, शील्ड और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर संसदीय कार्य, वित्त, चिकित्सा शिक्षा मंत्री लालजी वर्मा ने कहा कि अच्छे उत्पाद तैयार करने के साथ-साथ रोजगार सृजित करने में प्रदेश के आर्थिक उत्थान में बुनकरों का महत्वपूर्ण स्थान है। रेशम एवं वस्त्रोद्योग मंत्री जगदीश नारायण राय ने कहा कि हम जानते हैं कि बुनकरो की उपेक्षा होती आयी है। जितनी तेजी से उन्हें बढ़ना चाहिये वह नहीं बढ़ पाये। प्रदेश सरकार उनके कल्याणार्थ माननीय मुख्यमंत्री करघा वितरण योजना बना रही है। कार्यक्रम का समापन प्रमुख सचिव हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग सत्यजीत ठाकुर के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। इस अवसर पर निदेशक हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग और विभागीय वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।