कैंपस रिपोर्टर
लखनऊ। प्रॉमिस इंस्टीट्यूट ऑफ पर्सनालिटी डेवेलेपमेंट ने विश्व कठपुतली दिवस के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय पपेट मेकिंग पेस्ट मटेरियल कार्यशाला का शानदार आयोजन किया। मुख्य अतिथि डीसी गुप्ता ने कार्यशाला का उद्घाटन केक काट कर किया। डीसी गुप्ता ने संजय दत्त, पूजा बेदी, राहुल राय, ओमार अब्दुल्लाह जैसी कई प्रख्यात हस्तियों को उनके बचपन में पढ़ाया है।
इस अवसर पर डीसी गुप्ता ने कहा कि पुतुलकार्य एक लुप्त होती कला है, भारत की विश्व में एक अलग पहचान इन प्राचीन लोककलाओं की वज़ह से है और अगर यह कलाएं ही लुप्त हो जाएंगी तो हमारी पहचान भी फीकी पड़ जाएगी, इसीलिए यदि हमें दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाए रखनी है तो इन कलाओं को जीवित रखना होगा।
प्रॉमिस की प्रमुख संजू ओझा ने कहा कि प्रॉमिस अपने सामाजिक दायित्वों को समझता है इसलिए हमने पुतुलकार्य को जीवित रखने का छोटा सा प्रयास किया है। प्रॉमिस की लखनऊ ब्रांच की सेंटर हेड पूजा विरमानी ने आयोजन में आए लोगों को बताया कि वे इस कला के क्षेत्र में क्या कर रही हैं। पूजा ने विश्व पुतुल दिवस के प्रतीक रशिया के महान पुतुलकार सरगई अब्रातसोत को याद किया और उपस्थित लोगों को पुतुल के प्रकारों के बारे में भी विविध जानकारियां दीं। उन्होंने कहा कि पुतुल के बारे में अनभिज्ञ होते जा रहे लोगों को बताया कि पुतुल कई प्रकार के होते हैं जैसे कि रॉड, गलव, आबजेक्ट, शैडो, टिकलबग, हाईड्रालिक आदि। उन्होंने इन पुतुलों के कार्य करने की विधि के बारे में भी लोगों को जानकारी दी जिसे ध्यान से सुना गया।
इसके पश्चात उद्घाटन समारोह में आए बच्चों और बड़ों ने पपेट्री के बारे में अपने विचार प्रकट किए। श्रेया जोकि जयपुरिया में छठी क्लास की विद्यार्थी है, ने तो कार्यशाला प्रारंभ होने से पहले ही घर के वेस्ट मटेरियल से एक पुतुल बनाकर उसे प्रदर्शित भी किया। श्रेया के इस प्रयास की सभी ने सराहाना की। कार्यशाला की संयोजक पूजा विरमानी ने बताया कि कार्यशाला 23 मार्च तक चलेगी और यह सभी बच्चों के लिए नि:शुल्क है। कार्यशाला के अंत में प्रॉमिस की तरफ से प्रमाण पत्र, फ्री काउंसलिंग पासेस और सबसे अच्छे पुतुल बनाने वाले को इनाम भी दिए जाएंगे।