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पुणे। केंद्र सरकार ने भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) पुणे की समिति का तीन वर्ष की अवधि के लिए पुनर्गठन किया है। कार्यकाल 4 मार्च 2011 से प्रभावी होकर 3 साल तक या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, रहेगा। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अनुसार सईद मिर्जा को एफटीआईआई समिति का सभापति और इसकी प्रबंध परिषद का अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। भारत सरकार ने एफटीआईआई समिति के कुछ और को भी पदेन सदस्य मनोनीत किया है, ये तब तक समिति के सदस्य बने रहेंगे, जब तक ये उसी पद या स्थित होंगे जिसके कारण वे सोसायटी के सदस्य बने हैं।
संयुक्त सचिव (फिल्म) सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय या उनके मनोनीत व्यक्ति, जो उप सचिव से कम पद पर न हो, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, प्रसार भारती या उनके मनोनीत व्यक्ति, जो उपमहानिदेशक से कम पद पर न हों। अतिरिक्त सचिव एवं वित्तीय सलाहकार-सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय या उनके मनोनीत व्यक्ति, जो उप सचिव से कम पद पर न हो, अध्यक्ष, केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड, प्रबंध निदेशक, राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम, मुख्य निर्माता, फिल्म प्रभाग मुंबई, निदेशक नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, निदेशक भारतीय जन संचार संस्थान (एनएफएआई) पुणे, निदेशक भारतीय राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार, निदेशक भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) पुणे, निदेशक सत्यजीत रे फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एसआरएफटीआई) कोलकाता और केंद्र सरकार की गतिविधियों का प्रतिनिधित्व करने वाले विशेषज्ञों की श्रेणी में संयुक्त सचिव संस्कृति मंत्रालय, अध्यक्ष संगीत नाटक अकादमी लीला सेमसन, महानिदेशक दूरदर्शन फिल्म एवं टेलीविजन, शिक्षा, पत्रकारिता, साहित्य, फाइन आर्ट्स, ड्रामा, अभिनय, कला आदि से जुड़ी महान हस्तियों की श्रेणी में निम्नलिखित व्यक्तियों को एफटीआईआई समिति के सदस्यों के रूप में मनोनीत किया गया है- शिवकुमार शर्मा, रतन थिय्यम, शाजी जमन, राजीव मेहरोत्रा, रमा विज, बिनॉय के बहल, डॉ किरन सेठ, एफटीआईआई के पूर्व छात्रों की श्रेणी में जरीना वहाब, राजकुमार हिरानी, रज़ा मुराद और सुभाष चंद्र साहू को सदस्य मनोनीत किया गया है।