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नई दिल्ली। जापान के प्रधानमंत्री नाओतो केन ने उनके देश में आए भूकंप और सुनामी के परिणामस्वरूप भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को उनके संवेदना संदेश और 25,000 कंबल देने के लिए भारत के प्रस्ताव पर धन्यवाद दिया है। मनमोहन सिंह को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि संसद में उनके भाषण में उन्होंने सहानुभूति का अनुभव किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत, जापान की मदद में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
मनमोहन सिंह को लिखे पत्र में जापान के प्रधानमंत्री नाओतो केन ने कहा कि 'मैं तोहोकू जिले में प्रशांत महासागर से आए भूकंप पर आपके संवेदना पूरित शब्दों और तोहोकू संभाग में ठंडे मौसम को देखते हुए 25,000 कंबल उपलब्ध कराने के प्रस्ताव पर हार्दिक रूप से कृतज्ञ हूं। मैंने संसद के दोनों सदनों में दिए गए आपके भाषण में सहानुभूति का भाव अनुभव किया है, जिसमें आपने कंबल देने की घोषणा करते हुए कहा था कि भारत जापान की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। मुझे विश्वास है कि भारत की पूर्ण हार्दिक सहानुभूति वर्तमान संकट से ग्रस्त लोगों तक उचित रूप से पहुंचाई जाएगी। जापान सरकार प्रभावित क्षेत्रों के व्यक्तियों और पूरे देश के लोगों के साथ मिलकर इस संकट की घड़ी पर काबू पा लेगी।'