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नई दिल्ली। उत्तर क्षेत्रीय सहकारी सम्मेलन में कृषि राज्य मंत्री अरूण यादव ने सहकारियों से कहा है कि वे अपनी विशिष्ट पहचान बनाए रखें ताकि बहुराष्ट्रीय कंपनियों का सामना किया जा सके, इसके लिए उन्हें अपने कामकाज में व्यवसायीकरण लाना चाहिए और अपनी क्षमताओं का सर्वोत्तम उपयोग करना चाहिए, सहकारी संस्थाओं को अपने मानवीय साधन में सुधार पर भी ध्यान देना चाहिए।
अरूण यादव ने कहा कि सरकार संविधान में संशोधन के जरिए सहकारियों को पूर्ण स्वायत्तता देने के लिए दृढ़ संकल्प है, सरकार ने सहकारी क्षेत्र को सुदृढ़ बनाने के लिए विद्यानाथन समिति की सिफारिशों को भी स्वीकार कर लिया है। राज्य मंत्री ने सूचित किया कि बहुराज्यीय सहकारी (संशोधन) विधेयक 2010 और एक संविधान संशोधन विधेयक लोकसभा में प्रस्तुत किया गया है, इन विधेयकों के पारित होने से सहकारी क्षेत्र को मजबूत करने में काफी सहायता मिलेगी। सम्मेलन में दिल्ली के सहकारिता मंत्री हारून युसुफ, जम्मू कश्मीर के सहकारिता मंत्री डॉ मनोहर लाल शर्मा, नेफेड के अध्यक्ष डॉ विजेंद्र सिंह और सहकारी क्षेत्र के अनेक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।