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लखनऊ। वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद के महानिदेशक एवं सचिव डीएसआईआर प्रोफेसर समीर के बह्मचारी ने राष्ट्रीय वनस्पतिक अनुसंधान संस्थान का दौरा किया। डॉ चंद्रशेखर नौटियाल, निदेशक राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान लखनऊ ने प्रोफेसर ब्रह्मचारी का स्वागत किया। उन्होंने संस्थान के वनस्पति उद्यान में आइसोनेंडा विलोसा का वृक्षारोपण भी किया। प्रोफेसर ब्रह्मचारी ने संस्थान के वैज्ञानिक समुदाय और युवा वैज्ञानिकों को संबोधित किया। उन्होंने संस्थान के ग्रामीण अनुसंधान एवं विकास कार्यक्रम के अंतर्गत किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए समाज के उत्थान और उद्योगों की प्रगति के प्रति प्रासंगिक रहने के लिए बल दिया।
प्रोफेसर ब्रह्मचारी को वनस्पति संग्रहालय के डिजिटलीकरण और पादप डाटाबेस के विकास, ग्रामीण अनुसंधान और विकास कार्यक्रमों सहित संस्थान से किए जा रहे अन्य अनुसंधान एवं विकास के प्रयासों से अवगत कराया गया। संस्थान के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए प्रोफेसर ब्रह्मचारी ने कहा कि सीएसआईआर को आधुनिक भारत की आकांक्षाओं को पूरा करना है। सीएसआईआर ने पिछले 65 वर्ष में विभिन्न प्रौद्योगिकियों का विकास कर एवं आम जनता तक पहुंचा कर विज्ञान एवं राष्ट्र के विकास में अहम भूमिका निभाई है।
उन्होंने एनबीआरआई को देश के पादप संसाधनों के संग्रह संरक्षण एवं सवर्धन के क्षेत्र में नेतृत्व प्रदान करने की भूमिका की सराहना की। उन्होंने वरिष्ठ वैज्ञानिकों से कहा कि वे युवा वैज्ञानिकों के लिए एक ऐसे धरातल का निर्माण करें जिससे कि युवा पीढ़ी आने वाले समय में विज्ञान के क्षेत्र में देश का नेतृत्व कर सके और आम आदमी के जीवन स्तर में गुणात्मक सुधार लाने में महत्वपूर्ण योगदान करें। उन्होंने कहा कि संस्थान, डॉ सीएस नौटियाल के नेतृत्व में अपने राष्ट्रीय उत्तरदायित्वों को निभाने में सफल हुआ। उन्होंने डॉ नौटियाल के निर्देशन में किए जा रहे अनुसंधान एवं विकास के प्रयासों की सराहना की।