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बैंगलौर। उत्तराखंड की राज्यपाल मार्ग्रेट आल्वा का कहना है कि युवा पीढ़ी को अनुशासन, प्रोत्साहन और उपलब्धि की अवधारणा और उसके महत्व को समझना होगा क्योंकि ये तीनों ही एक दूसरे के पूरक हैं। बैंगलौर के गार्डन सिटी कालेज में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने यह बात कही। यह कार्यक्रम 'गार्डन सिटी कालेज बैंगलौर' में 'टीचर्स ट्रोव-2011' नाम से आयोजित किया गया था, जिसके अंतर्गत विभिन्न शैक्षिक संस्थानों के उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के संदर्भ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मार्ग्रेट आल्वा ने बच्चों की निःशुल्क, अनिवार्य शिक्षा और देश के उज्जवल भविष्य में निजी विश्वविद्यालयों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने महान विचारक और दार्शनिक डॉ एस राधाकृष्णन के विचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी शिक्षक बधाई के पात्र हैं क्योंकि वे शिक्षा जैसे महान कार्य में अपनी अमूल्य सेवायें देकर समाजोत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। 'शिक्षण' को स्वयं में एक महान पुरस्कार बताते हुए राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा प्रदान करके जो आत्मसंतुष्टि मिलती है वह अतुल्य है, अच्छे शिक्षक को छात्र अपना आदर्श मानकर आजीवन उन्हें याद रखते हैं। इस अवसर पर राज्यपाल ने प्रतिभागी संस्थानों और शिक्षकों को डॉ जी शिवरूदप्पा चलवैजंती और अन्य पुरस्कार देकर सम्मानित किया। गार्डन सिटी कालेज के चेयरमैंन डॉ वीजी जोजफ ने राज्यपाल को गार्डन ग्लोबल लीडरशिप अवार्ड देकर सम्मानित किया जो उन्हें सामाजिक विकास के क्षेत्र में लिए गये उल्लेखनीय कार्यों के लिए दिया गया।
समारोह स्थल में राज्यपाल का पारंपरिक तरीके से स्वागत के साथ-साथ एनसीसी के कैडेट्स ने गॉर्ड ऑफ आनर दिया। कालेज के संचालन व्यवस्था से अभिभूत राज्यपाल ने संस्थान के शिक्षा के उन्नयन के प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम में संस्थान के पदाधिकारी, संकाय सदस्य सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।