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नई दिल्ली। हाल ही में निजी एयरलाइन के एक विमान हादसे के बाद हुई जांच में यह सामने आया था कि उसके कैप्टन ने एयरलाइन ट्रांसपोर्ट पायलेट लाइसेंस (एटीपीएल) परीक्षा की फर्जी मार्कशीट सौंप कर लाइसेंस प्राप्त किया था। इसके बाद नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने सभी विमान चालकों के लाइसेंस की सत्यता की जांच के लिए एक मुहिम शुरू की। पूर्व में जारी हुए एटीपीएल के रिकॉर्ड की जांच करते हुए पांच और फर्जी मामलों का पता चला और उनके बारे में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को खबर दी गई। एटीपीएल के संबंध में लगभग सभी लाइसेंस की जांच कर ली गई है और इन 6 मामलों को छोड़कर सभी सही पाए गए हैं। डीजीसीए ने पूर्व से लेकर अब तक जारी सभी व्यवसायिक विमान चालक लाइसेंस (सीपीएल) रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी है और फर्जी मामलों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करा दी है। इसके अलावा तीन विशेष लेखा परीक्षा दल का गठन भी किया गया है, जिसमें डीजीसीए अधिकारियों और बाहर से विशेषज्ञों को सम्मिलित किया गया है, ताकि फ्लाइंग स्कूलों में हो रही गड़बडियों का पता लगाया सके।