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देहरादून।मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से गुरूवार को भारत में कनाडा के उच्चायुक्त स्टीवर्ट बेक ने शिष्टाचार मुलाकात की। बेक और निशंक के बीच विमर्श हुआ कि कनाडा और उत्तराखंड पर्यटन, जलवायु परिवर्तन, शिक्षा, स्वास्थ्य विशेष रूप से कैंसर शोध एवं उपचार के क्षेत्र में बेहतर भागीदारी निभा सकते हैं। बेक ने सुझाव दिया कि भागीदारी के संभावित क्षेत्रों पर विचार विमर्श एवं निर्णय लेने के लिए दोनों पक्षों के अधिकारियों का एक कोर ग्रुप गठित किया जा सकता है। बेक ने वार्ता के दौरान हरिद्वार में महाकुंभ 2010 की सफलता की प्रशंसा करते हुए उत्तराखंड के नैसर्गिक सौन्दर्य की सराहना की। उन्होंने उत्तराखंड की आयुर्वेद एवं योग की परंपरा पर भी विचार विमर्श किया।
मुख्यमंत्री निशंक ने उच्चायुक्त बेक का स्वागत करते हुए कहा कि कनाडा और भारत के संबंध लंबे समय से मजबूत रहे हैं और दोनों देशों के निवासी एक दूसरे की संस्कृति एवं विचारधाराओं का सम्मान करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को विजन 2020 के अंतर्गत एक आदर्श राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा, पर्यटन और शिक्षा के क्षेत्र में कनाडा के साथ नई योजनाएं संचालित की जा सकती हैं। प्रस्तावित कैंसर शोध संस्थान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुर्वेद और योग को जोड़कर इस प्रकार का संस्थान और अधिक प्रभावी हो सकता है। उन्होंने कहा कि टिहरी झील को एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का जल क्रीड़ा और पर्यटन स्थल बनाने के लिए भी कनाडा के अनुभव का उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार और कनाडा जल क्रीड़ा, हिम क्रीड़ा साहसिक पर्यटन और ईको टूरिज्म के क्षेत्र में विशेषज्ञ संस्थान या विश्वविद्यालय की स्थापना कर सकते हैं। उन्होंने उच्चायुक्त को पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में उत्तराखंड सरकार के प्रयासों की जानकारी दी।
कनाडा के उच्चायुक्त ने स्पर्श गंगा और आशीर्वाद योजना में विशेष रूचि दिखाई। मुलाकात के दौरान उत्तराखंड सरकार के प्रमुख सचिव राकेश शर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ उमाकांत पंवार और मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ राजेश नैथानी भी उपस्थित थे।