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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में अंबेडकर जयंती धूम-धाम से मनाई गई। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से इस मौके पर राजधानी में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए जिनमें अंबेडकर पार्क में मुख्यमंत्री मायावती ने बौद्ध भिक्षुओं के मंत्रोच्चार के बीच अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पमाला चढ़ाई। विभिन्न राजनीतिक दलों के मुख्यालयों पर अंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए देश के प्रति उनकी सेवाओं को याद किया गया एवं सराहा गया। इस मौके पर विभिन्न स्थानों पर विचार गोष्ठियां भी आयोजित की गईं।
समाजवादी पार्टी के राज्य मुख्यालय में भी डॉ भीमराव अंबेडकर की 120वीं जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने सामाजिक व्यवस्था को बदलने में उनके अभूतपूर्व योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि वंचितों, दलितों को आगे बढ़ाने, उन्हें संगठित कर सत्ता में भागीदारी दिलाने और संविधान में आरक्षण की व्यवस्था कर उन्हें समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाने का जो कार्य उन्होंने किया उसके लिए देशवासी हमेशा उनके कृतज्ञ रहेंगे। यादव ने कहा कि दलितों की प्रगति में गांधीजी का भी बड़ा हाथ था। उन्होने उनके मान सम्मान की लड़ाई लड़ी थी। डॉ अंबेडकर ने उस लड़ाई को वैधानिक संरक्षण दिलाने में ऊर्जा लगाई। इतिहास में इन दोनों महापुरूषों के योगदान की अनदेखी नहीं हो सकती।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर भारतरत्न-बाबासाहब भीमराव अंबेडकर की 120वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता उप्र कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन रामकृष्ण ने की। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रमोद तिवारी एवं पूर्व मुख्यमंत्री रामनरेश यादव मौजूद रहे। समारोह का संचालन प्रदेश कांग्रेस के सचिव विजय बहादुर ने किया। कार्यक्रम की शुरूआत बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण से हुई।
भारतीय जनता पार्टी ने डॉ बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती को पूरे प्रदेश में समरसता दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर पर पार्टी ने जिलास्तर पर गोष्ठियां, सम्मेलन और समरसता भोज का आयोजन कर बाबा साहब के जीवन, आदर्शो को याद किया।