स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
माणा/गोपेश्वर। चमोली जनपद के सीमांत क्षेत्र माणा में इको टास्क फोर्स ने ग्रीन उत्तराखंड कार्यक्रम के अंतर्गत बुधवार को एक करोड़ एकवें पौधे का रोपण किया। मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में बद्री-केदार विधानसभा क्षेत्र के विधायक केदार सिंह फोनिया ने यह पौधा लगाया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को करना था, किंतु खराब मौसम के कारण वे कार्यक्रम में नही पहुंच पाए और उनके प्रतिनिधि के तौर पर फोनिया ने इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित जनसमूह को दूरभाष से संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में पूरे देश में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, देश को प्राण वायु देने के मामले में भी यह राज्य अग्रणी है। प्रदेश में 65 प्रतिशत से अधिक भूभाग वनाच्छादित है और हम पूरे देश के पर्यावरण की रक्षा कर रहे है। उन्होंने कहा कि देश के पर्यावरण को बचाने की एवज में ग्रीन बोनस के तौर पर उत्तराखंड को प्रतिवर्ष 1 हजार करोड़ रूपये दिया जाना चाहिए, जिसके लिए वे कई बार केंद्र सरकार से अनुरोध कर चुके हैं।
पर्यावरण संरक्षण में ईको टास्क फोर्स की भूमिका की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बदरीनाथ जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में इस कार्यक्रम की शुरूआत कर इस फोर्स ने पूरे देश के लिए एक संदेश दिया है। उन्होंने माणा को भारत का मुकुट बताया और कहा कि इस कार्यक्रम की यहां से शुरूआत होने से पूरे देश में पर्यावरण संरक्षण के लिए एक नई चेतना जागृत होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश को हरित प्रदेश बनाने का संकल्प लिया है और इको टास्क फोर्स को हर संभव सहयोग दिया जाएगा। पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी संस्थाओं का सहयोग लेकर पूरे प्रदेश में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम संचालित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओएनजीसी के सहयोग से पांचवीं इको बटालियन शुरू की जायेगी, जिसके लिए ओएनजीसी ने 20 करोड़ रुपए की धनराशि देने पर सहमति व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री हरित विकास योजना को लागू करने का जिम्मा वन विभाग को दिया गया है, वन विभाग स्वयंसेवी संस्थाओं, शिक्षण संस्थाओं और युवक एवं महिला मंगल दलों से समन्वय कर गांव-गांव तक वृक्षारोपण का कार्य युद्ध स्तर पर करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गठित 12 हजार वन पंचायतों को भी इस कार्य में सक्रियता से जोड़ा जाए। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि इको टास्क फोर्स ने अब तक पूरे देश में एक करोड़ पौधों का रोपण किया है और बुधवार को इस श्रृंखला में एक करोड़ एक वें पौधे का रोपण कर इतिहास बना। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की धरती चिपको आंदोलन की जनक है और यहां के लोगों में आदिकाल से पर्यावरण संरक्षण का महत्वपूर्ण जज्बा है। इस अभियान को पर्यावरण संरक्षण सप्ताह के रूप में मनाया जायेगा।
इस अवसर पर प्रमुख वन संरक्षक डॉ आरबीएस रावत, वन संरक्षक डीएस खाती, 127 आईएनएफ बटालियन (टीए) इको गढ़वाल राइफल के कमांडिंग आफिसर कर्नल एचआरएस राना, बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अनुसुइया प्रसाद भट्ट, मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ राजेश नैथानी, निदेशक वन्य जीव संस्थान, माणा गांव की प्रधान, आईफैड के प्रतिनिधि उदित घिल्डियाल सहित सेना के अधिकारी, कर्मचारी एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे। इसी प्रकार निशंक ने गोपेश्वर के पुलिस लाइन मैदान में अंत्योदय विकास यात्रा कार्यक्रम में बारिश के कारण न पहुंचने पर दूरभाष से जनता को संबोधित किया।