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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हाल ही में जापान में हुई प्राकृतिक आपदा के मद्देनजर देश में आपदा से निपटने की तैयारियों की बुधवार को समीक्षा की। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अध्यक्ष होने के नाते प्रधानमंत्री ने परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई), परमाणु ऊर्जा विनियामक बोर्ड (बीएआरसी) और भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) के अपनाए जा रहे सुरक्षा उपायों की समीक्षा की। प्रधानमंत्री ने देश में परमाणु सुविधाओं के संदर्भ में, डीएई और एईआरबी को फुकुशिमा अनुभव को देखते हुए सुरक्षा उपायों को उन्नत करने निर्देश दिया।
एनडीएमए के उपाध्यक्ष एम शशिधर रेडडी ने समीक्षा बैठक की जानकारी मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि एनडीएमए को रेडिएशन आपातकालों से निपटने के लिए और इससे रक्षा तथा बचाव के लिए उपाय सुझाने को कहा गया था, इसकी सिफारिशों को पिछले वर्ष अक्टूबर में सचिवों की समिति ने स्वीकार भी कर लिया। उन्होंने कहा कि परमाणु और रेडियोलॉजिक आपातकालों से निपटने के लिए एनडीएमए तैयारियों पर खास ध्यान दे रहा है।
प्रधानमंत्री ने भूकंप और सुनामी तैयारियों की भी समीक्षा की और इस संदर्भ में विभिन्न मुददों पर ध्यान दिया। उन्होंने एनडीएमए के कार्य की प्रशंसा की और उम्मीद जताई कि एनडीएमए के तैयार दिशा-निर्देशों को केंद्र और राज्य सरकारों के मंत्रालयों और विभागों द्वारा कार्य योजना में परिवर्तित किया जाएगा। उन्होंने एनडीएमए को इस दिशा में सक्रिय रूप से कार्य करने का निर्देश दिया।