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सेना के युवा अधिकारियों को राष्ट्रपति की प्रेरणा

आईएमए में पासिंग आउट परेड

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जैंटलमैंन कैडेट आनर-gentleman cadet honour

देहरादून। राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने थल सेना के युवा अधिकारियों का आह्वान किया है कि वे नई और उभरती प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुए नेतृत्व करने की अपनी भूमिका निभाएं। राष्ट्रपति शनिवार को देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) के 128वें रेगुलर कोर्स और संबद्ध पाठ्यक्रमों की पासिंग आउट परेड को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि थल सेना के अधिकारी को जहां नए विचारों और चुनौतियों के प्रति खुला दिमाग रखना होता है, वहीं अपनी टीम के विश्वास पर खरा उतरते हुए कठिन परिस्थितियों में शांति और संतुलन बनाए रखना होता है।

उन्होंने युवा अधिकारियों को कहा कि हालांकि उनकी मुख्य भूमिका एक योद्धा और रक्षक की है, फिर भी आपदा और दुःख की घड़ी में वे राहतदाता की भूमिका में आ जाते हैं। भारतीय सेना के अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय समाज का इस कदर विश्वास जीता है कि उन्हें शांति स्थापित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की सेना के तत्वावधान में भी तैनात किया जाता है। राष्ट्रपति ने युवा अधिकारियों का आह्वान किया कि वे अपने आचरण का स्तर इतना ऊंचा रखें कि औरों के लिए उदाहरणीय बन जाएं। राष्ट्रपति ने आईएमए में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले विदेशी कैडेटों से भी कहा कि वे भारत और अपने-अपने देशों के मैत्री संबंधों की स्मृतियां संजोए रखें। नेपाल के 2 कैडेटों सहित कुल 546 जैंटलमैन कैडेटों को भारतीय सेना में कमीशन प्राप्त हुआ है। विदेशों के 17 कैडेट भी पास आउट हुए, जिनमें भूटान, मालदीव, मॉरिशस और मंगोलिया के 2-2 और ताजिकिस्तान के 9 कैडेट शामिल थे।

राष्ट्रपति ने 'स्वॉर्ड ऑफ ऑनर' से जैंटलमैन कैडेट रोहित शेखर को सम्मानित किया जबकि, स्वर्ण पदक जैंटलमैन कैडेट रामकुमार बी को प्राप्त हुआ। रजत पदक जैंटलमैन कैडेट राघव स्वरूप गुप्ता ने जीता। रेगुलर कोर्स का कांस्य पदक जैंटलमैन कैडेट प्रशांत पंधरिनाथ शिंदे ने प्राप्त किया। तकनीकी स्नातक कोर्स का रजत पदक जैंटलमैन कैडेट वरुण सूद को मिला, जबकि टीईएस-17 कोर्स का रजत पदक जी थॉमस ने जीता। थल सेना अध्यक्ष का बैनर डोगराइ कंपनी को प्राप्त हुआ।

इस अवसर पर उत्तराखंड की राज्यपाल मार्ग्रेट अल्वा, मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, थल सेनाध्यक्ष जनरल विजय कुमार सिंह और भारतीय सैन्य अकादमी के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल आरएस सुजलाना भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भारतीय सैन्य अकादमी से पासआउट हुए उत्तराखंड के 43 जवानों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड वीरों की भूमि रही है और हमारे जवानों ने अपनी वीरता और शहादत से देश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि आईएमए से पास आउट हुए उत्तराखंड के जवान अपनी वीरता और साहस से उत्तराखंड का नाम पूरे देश में ऊंचा करेंगे। आईएमए से पास आउट हुए अन्य जवानों को भी उन्होंने बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। जिन कुल 546 जैंटलमैन कैडटों को भारतीय थल सेना में कमीशन प्राप्त हुआ, उनमें से 43 उत्तराखंड से हैं। उत्तराखंड भ्रमण पर आई राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी में पासिंग आउट परेड के बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गईं। राज्यपाल मार्ग्रेट आल्वा और मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति को उत्तराखंड आगमन पर धन्यवाद दिया।

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