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नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने असम के कामरूप (ग्रामीण) जिले में रंगिया के निकट बम विस्फोट के कारण पटरी से उतरी गुवाहाटी पुरी एक्सप्रेस के मामले में प्राप्त रिपोर्ट के बारे में जानकारी साझा करने की इच्छा जताई है। माना जा रहा है कि गुवाहाटी के एक टेलीविज़न चैनल को आदिवासी पिपल्स आर्मी का ई-मेल प्राप्त हुआ है। इस समूह ने बम विस्फोट की जिम्मेदारी लेने का दावा किया है। यह ई-मेल समूह के एक कमांडर सिल्विया ओरांग ने भेजा बताया गया है। वह सोरेन के नाम से भी जाना जाता है।
पिछले तीन महीनों के दौरान, केंद्र सरकार ने रेल नेटवर्क में संभावित खतरों के बारे में असम सरकार के साथ कई खुफिया जानकारियों का आदान-प्रदान किया है। खुफिया जानकारियों में एनडीएफबी (एंटी-टॉक) की संभावित हिसंक गतिविधियों की ओर इशारा किया है। हालांकि एनडीएफबी (एटी) के प्रचार सचिव बी सान्जियो ने इस मामले में संगठन के शामिल होने से इंकार किया है। इसी तरह, यूएलएफए ने भी इस घटना में अपनी संलिप्तता से इंकार करते हुए इस विस्फोट की निंदा की है। केंद्र ने असम सरकार से रेलवे नेटवर्क में खासतौर पर चौकसी बरतने का आग्रह किया है। असम सरकार ने केंद्र को यह आश्वासन दिया है कि घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए ठोस कदम उठाये जा रहे हैं।